Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
ग्रेटर नोएडा शहर के साइट-चार में स्थित एमएसएक्स मॉल के छह डायरेक्टर समेत आठ लोगों पर धोखाधड़ी का आरोप है। कोर्ट के आदेश पर बीटा-टू कोतवाली पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आरोप है कि 45 लाख रूपये जमा कर मॉल के ग्राउंड फ्लोर पर बुक कराई गई। दुकान किसी और को बेच दी। तीन साल बाद भी कब्जा नहीं दिया। पीड़ित के शिकायत करने पर आरोपियों ने मारने की धमकी दी। सेक्टर ओमेगा-1 स्थित पाश्र्वनाथ एस्टेट सोसायटी में रहने वाली मालती यादव ने साइट-4 स्थित एमएसएक्स मॉल में ग्राउंड फ्लोर पर 460 वर्गमीटर की एक दुकान 9800 रूपये प्रतिवर्ग फिट की दर से बुक थी। जिसकी कुल कीमत 45 लाख रूपये थी। मॉल प्रबंधन द्वारा 13 अप्रैल 2014 को अलॉटमेंट लेटर दे दिया गया।
पीड़िता के मुताबिक मॉल प्रबंधन ने तीन साल में कब्जा देने का वायदा दिया था। इस बीच प्रतिमाह 52 हजार रूपये प्रतिमाह रिटर्न देना भी तय हुआ था।
आरोप है कि तीन साल बाद भी कब्जा नहीं दिया गया। यही नहीं बुकिंग कराई गई दुकान किसी अन्य को बेच दी। इसकी जानकारी होने पर मॉल प्रबंधन से शिकायत की गई तो कोई सुनवाई नहीं हुई। रूपये वापस मांगने पर अभद्रता की गई। पीड़िता ने मामले की शिकायत बीटा-टू कोतवाली पुलिस से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मॉल की डायरेक्टर अल्का अग्रवाल, वाइस डायरेक्टर गिमा, डायरेक्टर रजत कंवर, अनिल जैन, स्वाति मलिक आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।