Tricity Today | बच्ची और पत्नी से दूर खड़े रहे अधिकारी
कोरोना का कहर केवल लोगों की आजादी खत्म करने और आर्थिक बर्बादी करने के लिए जिम्मेदार नहीं है, इससे लोगों के जिंदगी भर के खास पल भी निकल जा रहे हैं। ऐसा ही कुछ नोएडा में एक दम्पति के साथ हुआ है। उनके यहां एक मासूम बच्ची ने जन्म लिया है लेकिन पिता उसे चाहकर भी नहीं देख सकते हैं।
नोएडा के राजीव राय फील्ड अधिकारी के रूप में तैनात हैं और नोवल कोरोना वायरस के इंफेक्शन को रोकने के लिए मैसिव कंटेनमेंट एक्सरसाइज का नेतृत्व कर रहे हैं। जब सोमवार को उनके घर नन्ही परी आई तो वह भावुक हो उठे। वह अपनी बच्ची को बांहों में उठाकर पितृत्व का अनुभव नहीं कर सके। वह तीन हफ्तों के लिए घर पर ही क्वारंटीन थे ताकि उनकी गर्भवती पत्नी और बच्चे को कोई खतरा न हो।
पूरे यूपी में सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मामले नोएडा से हैं। यहां 58 लोग कोरोना की चपेट में हैं। ऐसे में राजीव अपनी टीम के साथ नोएडा में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की जांच कर रहे हैं। प्रत्येक बार पॉजिटिव केस सामने आने पर कंटेनमेंट प्रोटोकॉल के तहत इलाके में व्यापक स्तर पर सैनिटाइजेशन होता है और उसे कुछ समय के लिए सील कर दिया जाता है। यह सबकुछ राजीव की देखरेख में होता है।
पिछले दो हफ्ते से कोरोना के मरीज लगातार बढ़ने से राजीव की ड्यूटी और कड़ी हो गई है। सोमवार को अस्पताल के कमरे के दरवाजे पर खड़े होकर उन्होंने अपनी बच्ची को निहारा और फिर ड्यूटी पर चले गए। देर शाम वापस आए तो अपनी बच्ची और पत्नी से कई मीटर दूर खड़े रहे। राय ने बताया कि जब तक यह टास्क पूरा नहीं हो जाता वह अपनी पत्नी और बच्ची के करीब नहीं जाएंगे।
उन्होंने कहा, 'यह मेरी लाइफ के अहम पलों में से एक है। दोनों अभी कुछ दिन और अस्पताल में रहेंगे। वे संक्रमण के लिए पहले से ही नाजुक हैं और मैं उनके लिए खतरा नहीं बनना चाहता हूं। मैं अपनी बेटी को बांहों मे लेना चाहता हूं और उसके साथ रहना चाहता हूं लेकिन हमें ड्यूटी पर जाना है जो हमारी प्राथमिकता है।