BIG BREAKING: नोएडा में एडीशनल चीफ सेक्रेट्री की बैठक में बड़ा खुलासा, कोरोना से लड़ रहे 4 डॉक्टर और 40 नर्स ने छोड़ी नौकरी

BIG BREAKING: नोएडा में एडीशनल चीफ सेक्रेट्री की बैठक में बड़ा खुलासा, कोरोना से लड़ रहे 4 डॉक्टर और 40 नर्स ने छोड़ी नौकरी

BIG BREAKING: नोएडा में एडीशनल चीफ सेक्रेट्री की बैठक में बड़ा खुलासा, कोरोना से लड़ रहे 4 डॉक्टर और 40 नर्स ने छोड़ी नौकरी

Tricity Today | नोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र में अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के साथ जिले के प्रशासनिक अधिकारी

अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रजनीश दुबे ने सोमवार को समीक्षा बैठक की gangaनोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र में इस बैठक का आयोजन किया गया था gangaबैठक में जिले के पुलिस, प्रशासनिक, स्वास्थ्य और विकास प्राधिकरण के अफसर थे gangaअपर मुख्य सचिव को बताया गया कि 4 डॉक्टर और 40 नर्सों ने नौकरियां छोड़ दी हैं gangaइन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश एसीएस ने दिया हैgangaरजनीश दुबे ने डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर सुनील दोहरे को फटकार लगाई

गौतम बुध नगर में कोरोना वायरस भयावह रूप अख्तियार कर चुका है। तमाम कोशिशों और नई-नई योजनाएं बनाने के बावजूद वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात का जायजा लेने के लिए सोमवार को यूपी के अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रजनीश दुबे ने नोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र में अफसरों के साथ बैठक की। इस बैठक में जिला प्रशासन, अवस्थ्य विभाग और विकास विभाग के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को बताया गया कि जिले में 4 डॉक्टर और 40 नर्सों ने नौकरियां छोड़ दी हैं।

अपर मुख्य सचिव रजनीश कुमार दुबे ने नौकरी छोड़कर जाने वाले डॉक्टरों और नर्सों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी का कहना है कि इस वक्त राज्य में महामारी अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम लागू हैं। ऐसे में अपरिहार्य सेवाएं छोड़कर जाने का किसी को अधिकार नहीं है। ऐसे डॉक्टर और नर्सों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

रजनीश कुमार दुबे ने कहा, कोरोना की ड्यूटी को छोड़कर जाने वाले डॉक्टर और नर्सों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित किया जा सके और संक्रमित व्यक्तियों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज हो, इसके लिए सभी को गंभीरता से काम करने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश सरकार गौतम बुध नगर के हालात को लेकर बेहद चिंतित है। 

जिले में सर्विलांस की उचित व्यवस्था नहीं, अधिकारी को लगी फटकार

रजनीश दुबे ने कहा कि संक्रमित व्यक्तियों की जितनी शीघ्रता के साथ हम पहचान कर सकेंगे, इतनी जल्दी कोरोना वायरस के संक्रमण को समाप्त करने में हमें सफलता प्राप्त होगी। कोविड अस्पताल तैयार करना, उनमें पर्याप्त संख्या में बैड की व्यवस्था, चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की जाए। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जितना सर्विलेंस का कार्य गहनता के साथ होगा उतने ही अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिलेंगे। उन्हें तत्काल आइसोलेशन के लिए अस्पतालों में भर्ती किया जाए। अपर मुख्य सचिव ने गौतम बुध नगर के जिला सर्विलांस अधिकारी सुनील कुमार दौरे को कड़ी फटकार भी लगाई उन्होंने कहा कि जिले में सर्विलांस गतिविधि सही ढंग से नहीं चल रही है।

एंबुलेंस, अस्पताल में भर्ती और इलाज समय पर नहीं मिलने पर गुस्सा जाहिर किया

अपर मुख्य सचिव रजनीश कुमार दुबे ने बैठक के दौरान कहा कि जिले से ऐसी तमाम शिकायतें मिल रही हैं कि लोगों को समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई जा रही हैं। आइसोलेशन वार्ड और अस्पतालों में लोग समय पर भर्ती नहीं हो पा रहे हैं। लोगों को इलाज से जुड़ी समस्याएं भी हो रही हैं। यह स्थिति बेहद गंभीर है। जब तक लोगों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जाएगा और उनका उपचार शुरू नहीं होगा, तब तक कोरोना वायरस को नियंत्रित नहीं किया जा सकेगा। अपर मुख्य सचिव ने इस स्थिति को सुधारने का आदेश दिया है। अपर मुख्य सचिव ने कहा, ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में जिलाधिकारी सुहास एलवाई, नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट उमाशंकर सिंह, उप जिलाधिकारी दादरी राजीव राय,  प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नेपाल सिंह और करोना अस्पतालों के निदेशक मौजूद रहे। बैठक के बाद अपर मुख्य सचिव रजनीश कुमार दुबे ने जेपी अस्पताल और फोर्टिस अस्पताल का निरीक्षण किया है।

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