Social Media | Congress worker on yamuna expressway
हाथरस जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के काफिले को रोकने में गौतमबुद्ध नगर पुलिस के पसीने छूट गए। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उपयुक्त स्तर के पुलिस अधिकारी सीधे राहुल गाँधी के साथ धक्का-मुक्की पर उतर आए। दो बार पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसके बावजूद विरोध में हजारों कांग्रेसी मौके पर आते गए। इतना ही नहीं जिस ढंग से गौतमबुद्ध नगर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस आक्रामक उसे देखकर लोगों का विपक्ष में भरोसा बढ़ रहा है। गुरुवार को पहले नोएडा और फिर ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर इतनी बड़ी संख्या में कांग्रेसी पहुंचे कि लोगों की जुबान पर एक ही सवाल था कि इतने कांग्रेसी कहाँ से आ गए ?
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है, पिछले दो महीने में गौतमबुद्ध नगर जिला कांग्रेस ने 10 से ज्यादा प्रदर्शन तमाम मुद्दों पर किए हैं। गुरुवार को हुए हंगामे ने संगठन में नई जान फूंक दी है। संगठन के पदाधिकारी इससे उत्साहित हैं। वह पुलिस के हाथों आज पिटे हैं लेकिन फिर भी उनका मनोबल बढ़ा नजर आ रहा है। कांग्रेसी कह रहे हैं कि वह सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
समाजशास्त्री डॉ एसके सिंह का कहना है कि हाथरस जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नोएडा और फिर ग्रेटर नोएडा आने की सूचना पर हजारों कांग्रेसी नोएडा से ग्रेटर नोएडा तक एकजुट हो गए। यमुना एक्सप्रेस वे पर उनका काफिला रोका गया तो कांग्रेसियों ने हंगामा शुरू किया। नारेबाजी शुरू कर दी। बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। लाठीचार्ज हो गया। बावजूद इसके कांग्रेस कार्यकर्ता डटे रहे। यह कांग्रेस में एक नए तरह का बदलाव है।
दरअसल, गौतमबुद्ध नगर में कांग्रेस के संगठन को कमजोर माना जाता रहा है। लेकिन गुरुवार को राहुल-प्रियंका के काफिले को रोके जाने के बाद कांग्रेसी सड़कों पर आ गए। पुलिस प्रशासन को भी उम्मीद नहीं रही होगी कि इतने कांग्रेसी यहां आ जाएंगे। यही कारण रहा है कि राहुल-प्रियंका को मनाने में पुलिस को घंटों लग गए। पार्टी के प्रदेश महामंत्री वीरेंद्र सिंह गुड्डू ने कहा, "कांग्रेस का कार्यकर्ता पीछे हटने वाला नहीं है। वह सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ खड़े रहेंगे।"
ग्रेटर नोएडा में रहने वाले और कांग्रेस की राजनीति पर पकड़ रखने वाले आलोक सिंह कहते हैं, "कांग्रेस के जिला संगठन ने पिछले दो महीने में विभिन्न मुद्दों पर दस से अधिक धरने-प्रदर्शन किए हैं। इनमें कांग्रेसियों को एकजुट करने का प्रयास किया गया है। लेकिन गुरुवार को हंगामे और नारेबाजी के साथ घंटों सड़क पर डटे रहने से जिला संगठन में नई जान डाल दी है। संगठन के पदाधिकारी इससे उत्साहित हैं।" उनका कहना है कि इस इवेंट से संगठन को और मजबूती मिलेगी। जो कार्यकर्ता निष्क्रिय हो चला था, वह बाहर निकल रहा है। कांग्रेस के पदाधिकारी एलीट और सेरेमोनियल हो चले थे।
गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि सरकार का तानाशाही रवैया सामने आ गया है। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता इससे घबराने वाला नहीं है। बल्कि और मजबूती के साथ वह आगे आएगा। अब कांग्रेस जमीन पर उतरकर काम कर रही है। आने वाले दिनों में और बेहतर बदलाव देखने के लिए मिलेंगे।