ग्रेटर नोएडा में राहुल गांधी के खिलाफ दूसरी बार दर्ज हुई एफआईआर, भट्टा पारसौल कांड के बाद आधी रात गिरफ्तार हुए थे राहुल

ग्रेटर नोएडा में राहुल गांधी के खिलाफ दूसरी बार दर्ज हुई एफआईआर, भट्टा पारसौल कांड के बाद आधी रात गिरफ्तार हुए थे राहुल

ग्रेटर नोएडा में राहुल गांधी के खिलाफ दूसरी बार दर्ज हुई एफआईआर, भट्टा पारसौल कांड के बाद आधी रात गिरफ्तार हुए थे राहुल

Tricity Today | ये तस्वीरें 11 मई 2011 की हैं जब राहुल गाँधी को परसौल गांव से गिरफ्तार करके ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा टू लाया गया था।

यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले भी राहुल गांधी के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है और उनकी गिरफ्तारी भी हो चुकी है। यह दूसरा मौका है जब राहुल गांधी कि यहां गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले 11 मई 2011 को भट्टा पारसौल के बाद राहुल गाँधी को परसौल गांव में गिरफ्तार किया गया था। उस दिन राहुल गाँधी को आधी रात गिरफ्तार करके ग्रेटर नोएडा के बीटा टू थाना लाया गया था।

भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान 7 मई 2011 को हिंसक हो गए थे। किसानों और प्रशासन के बीच संघर्ष हुआ था। इस संघर्ष में 2 किसान और 2 पुलिस के जवानों की मौत हो गई थी। तत्कालीन जिलाधिकारी को भी पैर में गोली लगी थी। उस वक्त उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी और मायावती मुख्यमंत्री थीं। राहुल गाँधी किसानों के समर्थन में खड़े हो गए थे। जिसके कारण यह मामला अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुर्ख़ियों में आ गया था। राहुल गाँधी 11 मई 2011 को परसौल गांव पहुंचे थे। किसानों के लिए न्याय की मांग करते हुए वह धरने पर बैठ गए थे। तक गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने उन्हें आधी रात गिरफ्तार किया था।
      
इस घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई देशभर में चर्चित रही थी। मीडिया पर भी तत्कालीन मायावती सरकार के शासनकाल में गांव में घुसने पर रोक लगा दी गई थी। किसानों पर पुलिस के अत्याचार की घटना चर्चा देशी-विदेशी मीडिया में चर्चा में आने के बाद राहुल गांधी किसानों की आवाज को उठाने के लिए छुपते-छुपाते भट्टा परसौल पहुंचे थे। राहुल तत्कालीन रबूपुरा के कांग्रेसी कार्यकर्ता धीरेंद्र सिंह के साथ बाइक पर रबूपुरा पहुंचे थे। रबूपुरा से पैदल ही भट्टा पारसौल तक पहुंचे और पीड़ित किसानों से मुलाकात की थी। अब धीरेन्द्र सिंह जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं।

किसानों से मिलने के बाद राहुल गांधी 11 मई को पारसौल गांव में ही चौपाल पर धरने पर बैठ गए थे। राहुल गांधी के धरने पर बैठने के बाद कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी धरने पर आ गए थे। खुद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उनके साथ थे। देखते-देखते कुछ ही क्षणों में हजारों की भीड़ जमा हो गई थी। आधी रात को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने राहुल गांधी को धरने से हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया था। धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में राहुल गांधी को गिरफ्तार कर ग्रेटर नोएडा की बीटा टू कोतवाली लाया गया था। इसके बाद पुलिस उन्हें कड़ी सुरक्षा में दिल्ली छोड़ कर आई थी।

अब गुरुवार को हाथरस जाने के दौरान निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने, महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने और आम जनमानस के जीवन को संक्रामक बीमारी के कारण संकट में डालने के आरोप में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अजय सिंह उर्फ लल्लू, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पीएल पुनिया, सचिन पायलट, गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस के अध्यक्ष अजय चौधरी, नोएडा महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष शहाबुद्दीन, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री वीरेंद्र सिंह गुड्डू और जितिन प्रसाद समेत 153 कांग्रेसियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। 50 अज्ञात लोगों को भी एफआईआर में शामिल किया गया है।

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