EXCLUSIVE: चंदन गुप्ता की हत्या का बदला लेने शाहीन बाग गया था गोली चलाने वाला युवक, यह है पूरा मामला

EXCLUSIVE: चंदन गुप्ता की हत्या का बदला लेने शाहीन बाग गया था गोली चलाने वाला युवक, यह है पूरा मामला

EXCLUSIVE: चंदन गुप्ता की हत्या का बदला लेने शाहीन बाग गया था गोली चलाने वाला युवक, यह है पूरा मामला

Tricity Today | Ram Bhakt & Chandan Gupta

ग्रेटर नोएडा के जेवर कस्बे में रहने वाले नाबालिग लड़के ने जामिया क्षेत्र में चल रहे धरने पर गोलियां दागी। यह लड़का जेवर के एक पब्लिक स्कूल में कक्षा 12वीं का छात्र है और इसकी उम्र अभी महज 17 साल है। लड़के का मकसद चंदन गुप्ता की हत्या का बदला लेना था। आपको याद दिला दें कि 26 जनवरी 2018 को कासगंज में तिरंगा यात्रा निकालने वाले चंदन गुप्ता की हत्या मुस्लिम समाज के लोगों ने कर दी थी। इसके बाद पूरे देश में बड़े पैमाने पर बवाल हुआ था और कासगंज में सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था। ठीक 2 साल बाद इस हत्याकांड का बदला लेने के लिए जेवर में बारहवीं में पढ़ने वाला यह युवक शाहीन बाग पहुंचा।

इस लड़के के फेसबुक प्रोफाइल को देखकर कई बातों का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। लड़का हिंदूवादी विचारधारा का समर्थक है और बजरंग दल से भी ताल्लुक रखता है। गुरुवार को जामिया में फायरिंग करने से करीब 2 घंटे पहले इसने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर एक पोस्ट की है, जिसमें उसने लिखा है कि चंदन भाई आज ठीक 2 साल बाद तुम्हारी हत्या का बदला लेने मैं जा रहा हूं। जिन लोगों ने तुम्हारी हत्या की है, आज उनसे बदला लिया जाएगा। गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले कासगंज में 26 जनवरी 2018 को भड़की हिंसा में 20 साल के चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी। ये हिंसा ABVP-VHP कार्यकर्ताओं और मुस्लिमों के बीच हुई थी। चंदन ABVP-VHP की तिरंगा रैली में शामिल थे और वह पथराव के बीच चली गोली के शिकार हो गए थे। चंदन की हत्या के बाद कासगंज में कई गाड़ियां और दुकानें फूंकी गई थीं। कई जगहों पर पथराव हुआ था। सोशल मीडिया पर लोग भयानक गुस्सा ज़ाहिर करते हुए चंदन की तुलना दादरी और अलवर हत्याकांड से कर रहे थे।

चंदन की उम्र 20 साल थी, वह बीकॉम फाइनल इयर के स्टूडेंट थे और घर के छोटे बेटे थे। चंदन के पिता का नाम सुशील गुप्ता है, जो एक प्राइवेट हॉस्पिटल में कंपाउंडर हैं। मां संगीता गुप्ता हाउस वाइफ हैं। चंदन के एक बड़े भाई और एक बड़ी बहन हैं। चंदन की मौत के बाद उनके परिवार ने उनका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। वह पहले प्रशासन और सरकार से बात करना चाहते थे। जिसके बाद परिवार ने 50 लाख रुपए मुआवजा और चंदन के बड़े भाई को सरकारी नौकरी का आश्वासन सरकार ने दिया था।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.