Google Image | ग्रेटर नोएडा के रिटायर एसीईओ हरीश वर्मा
ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली बिल्डर द्वारा की गई गड़बड़ियों के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर औद्योगिक विकास विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में सेवानिवृत्त पीसीएस अधिकारी हरीश कुमार वर्मा और प्राधिकरण में कार्यरत सात अधिकारियों पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। करीब 5 वर्षों से इस मामले की जांच लटकी हुई थी। छह महीने पहले जांच करने के बाद रिपोर्ट विकास प्राधिकरण ने रिपोर्ट शासन को भेज दी थी।
ग्रेटर नोएडा के तत्कालीन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी हरीश कुमार वर्मा करीब 2 साल पहले रिटायर हो चुके हैं। अब उनके मामले में नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग निर्णय करेगा। हरीश कुमार वर्मा के अलावा प्रबंधक अरविंद मोहन सिंह और प्रबंधक स्नेहलता को इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। दोनों इस वक्त कानपुर में उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तैनात हैं।
वैयक्तिक सहायक कैलाश चंद्र, मैनेजर मनोज कुमार, श्याम सुंदर, नंदन प्रसाद आर्य और शशि कुमार को शासन ने गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार माना है। इन सब पर कार्रवाई करने के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को आदेश दिया गया है। पिछले साल मुख्यमंत्री ने ग्राहकों से पैसा लेने के बावजूद तय समय में फ्लैट नहीं देने और धोखाधड़ी के मामले में नोएडा, ग्रेटर नोएडा के बिल्डरों को चेतावनी दी थी।
आम्रपाली बिल्डर के सीएमडी अनिल शर्मा समेत तमाम प्रमोटर इस वक्त जेल में हैं। इन से जुड़े मामलों की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट कर रहा है। आम्रपाली बिल्डर ने सैकड़ों करोड़ रुपए का घोटाला किया है। जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण, बैंक व फ्लैट खरीदारों के साथ 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी और ठगी की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आम्रपाली बिल्डर के डायरेक्टरों की संपत्तियों को कुर्क करके नीलामी का आदेश दिया है। नीलामी प्रक्रिया चल रही है।
आपको बता दें कि इसी सप्ताह सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह के बेटे सनी यादव को बर्खास्त कर दिया है। सनी यादव ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में बतौर प्रबंधक तैनात थे। इसके बाद विकास प्राधिकरण में हुए तमाम घोटालों के आरोपी और दोषी अफसरों-कर्मचारियों पर कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लैंड यूज घोटाले में भी अगले 1 या 2 दिन में गाज गिरने वाली है। इस मामले में प्राधिकरण की महाप्रबंधक निमिषा शर्मा और सीनियर मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश हो चुका है।