Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
सत्ता की धौंस जमाने के लिए कुछ लोग अपनी गाडिय़ों पर पदाधिकारी का फर्जी स्टीकर और पार्टी का झंडा लगाकर इधर-उधर घूमते रहते हैं। गलत काम करके बचने की कोशिश करते हैं। भाजपा जिला कमेटी को इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए फर्जी कार्यकर्ताओं को चिन्हित उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा और विधान सभा चुनाव के बाद केंद्र व प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने पर अक्सर यह देखा जाता है कि जिस पार्टी की सरकार होती है, उसके झंडे व पदाधिकारियों के स्टीकर सबसे ज्यादा दिखाई देते हैं। रातों रात गाडिय़ों का झंडा बदल जाता है। ज्यादातर गाडिय़ों पर सत्ताधारी पार्टी का ही झंडा ही लहराता है।
आज ज्यादातर गाड़ियों पर भाजपा का झंडा दिखाई दे रहा है। सत्ता का लाभ उठाने के लिए कुछ लोग पदाधिकारी का फर्जी स्टीकर और झंडा लगा लेते हैं। ऐसे लोगों का किसी पार्टी से मतलब नहीं होता है। बस सत्ता का लाभ उठाने के लिए झंडा उठा लेते हैं। अधिकारियों व आम लोगों को भ्रमित करने के लिए फलां प्रकोष्ठ के पदाधिकारी का स्टीकर गाड़ी पर लगा लेते हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष विजय भाटी ने बताया कि यह जानकारी मिल रही है कि जो लोग भाजपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी नहीं हैं, वे भी अपनी गाडिय़ों पर पार्टी का झंडा लगाकर घूम रहे हैं। ऐसे लोग पार्टी की छवि को खराब करने का काम कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष का कहना है कि फर्जी स्टिकर लगाकर घूमने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।