Tricity Today | Suhas LY IAS
ग्रेटर नोएडा शहर की सामाजिक संस्था एक्टिव सिटीजन टीम ने गौतम बुध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को ज्ञापन सौंपकर बड़ी चिंता जाहिर की है। मंगलवार को एक्टिव सिटीजन टीम ने यह ज्ञापन ईमेल के माध्यम से डीएम को भेजा है। संस्था ने डीएम से मांग की है कि लॉकडाउन के कारण छात्रों को लंबे समय तक ऑनलाइन क्लासेस लेनी पड़ रही हैं। लिहाजा, स्वास्थ्य विभाग को पता लगाना चाहिए कि इससे बच्चों के स्वास्थ्य और आंखों पर कोई प्रतिकूल असर तो नहीं पड़ रहा है। अगर ऐसा है तो बचाव के उपायों पर भी गौर करना होगा। लोगों को इस समस्या के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है।
एक्टिव सिटीजन टीम के सीनियर मेंबर आलोक सिंह ने कहा, "लॉकडाउन के दौरान स्कूल बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस चला रहे हैं। जिसमें मोबाइल और लैपटॉप के माध्यम से बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है। इस बात की तकनीकी जानकारी होनी सभी के लिए आवश्यक है कि लगातार मोबाइल और कंप्यूटर पर पढ़ाई करने से बच्चों की सेहत और आंखों की सेहत पर असर पड़ेगा या नहीं। हम लोगों चाहते हैं कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से इस पर राय, मत या रिपोर्ट ले ली जाए। पता लगाया जाए कि लगातार मोबाइल और लैपटॉप पर पढ़ाई करने से कहीं कोई आंखों पर प्रतिकूल असर तो नहीं पड़ेगा। अगर रिपोर्ट में यह पाया जाता है की इसका आंखों पर विपरीत असर पड़ेगा तो इन ऑनलाइन क्लासेज पर रोक लगाई जाए।"
इसमें कोई शक नहीं है कि लोक डाउन के चलते ऑनलाइन क्लासेज होने से बच्चों का स्क्रीन टाइम बढ़ा है। सामान्य तौर पर अगर बच्चे रोजाना 2 से 3 घंटे मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे तो अब यह बढ़कर 6-7 घंटे तक पहुंच गया है। इस मसले पर सीनियर डॉक्टर नीलेश कपूर कहते हैं कि इतने समय तक और लगातार मोबाइल लैपटॉप या कंप्यूटर का इस्तेमाल निसंदेह हानिकारक साबित हो सकता है। यह न केवल आई साइट वीक कर सकता है बल्कि कई तरह की मानसिक और न्यूरोलॉजी से संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न कर सकता है।
एक्टिव सिटीजन टीम की ओर से सरदार मंजीत सिंह, हरेंद्र भाटी, साधना सिन्हा, अंजू पुंडीर, ओम रायजादा, योगेश भाटी, सुनील प्रधान, मुकुल गोयल, जेपीएस रावत, अनिल कसाना, रमेश चन्दानी, आरके शाही, आशीष शर्मा, कमल सचदेवा और आलोक सिंह ने हस्ताक्षर किए हैं।