Tricity Today | संजय भाटी
जिला न्यायालय ने बाइक बोट घोटाले के मुख्य आरोपी और कम्पनी के सीएमडी संजय भाटी की पत्नी दीप्ति बहल की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। आरोपी दीप्ति बहल ने 19 मुकदमों में अग्रिम जमानत के लिए न्यायालय में अर्जी दाखिल की थी। आरोपी महिला पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
जिला न्यायालय के अपर जिला शासकीय अधिवक्ता (अपराध) धर्मेंद्र जयंत ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के चीती गांव के रहने वाले बाइक बोट कंपनी के सीएमडी संजय भाटी की पत्नी दीप्ति बहल के खिलाफ दादरी कोतवाली में 57 मुकदमे दर्ज हैं। लेकिन वह अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सकी है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने दीप्ति बहल के ऊपर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है। दीप्ति बहल ने बाहर रहते हुए 19 मुकदमों में जिला न्यायालय में अंतरिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी। जिला न्यायालय के विशेष न्यायाधीश वेद प्रकाश वर्मा की अदालत ने सुनवाई करते हुए सभी अग्रिम जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
कैसे हुई ठगी?
संजय भाटी नोएडा में बीएसपी का नेता है और एक विधायक का करीबी भी। उसने साल 2010 में कंपनी शुरू की और साल 2018 में बाइक बोट नाम की स्कीम लांच की। ऐप बेस्ड टैक्सियों की तर्ज पर शुरू हुई इस स्कीम में बाइक टैक्सी मिलती थी। कंपनी के पास हजारों मोटरसाइकिल थी, लेकिन एक भी मोटरसाइकिल खुद संजय भाटी के पैसे से नहीं आई थी बल्कि ऐसे ही भोले भाले लोगों को रिटर्न का लालच देकर पैसा लिया जाता और फिर उसी से मोटरसाइकिल खरीद ली जाती।
लोगों को आश्वासन था कि एक बाइक की कीमत करीब 62 हजार रुपये देने होंगे और साल भर करीब दस हजार रुपये का रिटर्न मिलेगा। इस तरह सिर्फ एक साल में पैसा लगभग डबल। लोगों ने इस स्कीम को हाथों हाथ लिया और बड़े शहरों के अलावा करीब 50 शहरों में बाइक बोट की बाइक सड़कों पर दिखने लगीं। एक अनुमान की मानें तो इस स्कीम में दो लाख से अधिक लोगों को ठगा गया। नोएडा ईओडब्लयू में पहले से ही कंपनी के खिलाफ बाइक बोट फर्जीवाड़ा की एफआईआर दर्ज है। इसके अलावा भी इस स्कीम में फर्जीवाड़े की दर्जनों एफआईआर दर्ज होने की बात सामने आई है। नोएडा पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार भी है, जबकि संजय भाटी ने पिछले महीने ही कोर्ट में सरेंडर किया था।