नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता बेहद खराब, एनसीआर में ग्रेटर नोएडा दूसरे नंबर पर

नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता बेहद खराब, एनसीआर में ग्रेटर नोएडा दूसरे नंबर पर

नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता बेहद खराब, एनसीआर में ग्रेटर नोएडा दूसरे नंबर पर

Google Image | AQI is on dangerous level in Greater Noida

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के गाजियाबाद, फरीदाबाद और गौतमबुद्ध नगर में हवा बेहद खराब बानी हुई है। मंगलवार की सुबह वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। प्रदूषित हवा के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। आंखों में जलन की शिकायत है। वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शाम 4 पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदूषण से जुडी रिपोर्ट जारी की है। जिसके मुताबिक दिल्ली एनसीआर में चरखी दादरी सबसे प्रदूषित शहर है। उसके बाद ग्रेटर नोएडा दूसरे नंबर है।

नोएडा क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गौतमबुद्ध नगर जिले में 351, फरीदाबाद में 318, गाजियाबाद में 330 और दिल्ली में 332 दर्ज किया गया। बल्लभगढ़ में एक्यूआई 342, बागपत में 304, बहादुरगढ़ में 332 और गुरूग्राम में 327 दर्ज किया गया। बुलंदशहर में एक्यूआई 351 दर्ज किया गया।

उल्लेखनीय है कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
     
उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए प्रदूषण विभाग, गौतम बुद्ध नगर प्रशासन तथा नोएडा प्राधिकरण लगातार काम कर रहा है और प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ एक विशेष अभियान के तहत ग्रेटर नोएडा में नौ बिल्डरों, एक आईटी कंपनी तथा विभिन्न जगहों पर नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। 

ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कुल एक करोड़ आठ लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। पुलिस आयुक्त के प्रवक्ता ने बताया कि नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में कूड़ा तथा पराली जलाने वालों लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

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