COVID-19: ग्रेटर नोएडा के सभी पार्क 15 दिन के लिए सील किए गए

COVID-19: ग्रेटर नोएडा के सभी पार्क 15 दिन के लिए सील किए गए

COVID-19: ग्रेटर नोएडा के सभी पार्क 15 दिन के लिए सील किए गए

Tricity Today | All parks in Greater Noida

कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशासन हर मोर्चे पर जुटा हुआ है। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने मंगलवार को अपने सभी पार्कों को बंद कर दिया है। ताकि लोग वहां इकट्ठे ना हो सकें। अगले 15 दिनों के लिए पार्कों में आने-जाने पर रोक रहेगी। लोगों से अपील की गई है कि वह पार्कों में ना जाएं और अपने घर पर रहें। और प्रशासन का सहयोग करें।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भी कोरोना वायरस से निपटने के लिए जुटा हुआ है। शहर को सेनेटाइज करने के अलावा वह हर वह उपाय कर रहा है, ताकि लोग एकत्र ना हों। अब पार्कों को बंद कर दिया गया है। दरअसल, शिकायत मिली कि पार्कों में लोग जाकर बैठ रहे हैं। यह लॉकडाउन का उल्लंघन है।

मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के सभी पार्कों को बंद करने का आदेश दे दिया। अगले 15 दिनों तक पार्क बंद रहेंगे। इन पर आने-जाने वालों पर कार्रवाई होगी। प्राधिकरण की टीम ने सेक्टर बीटा-1 के 12 पार्कों को बंद कर दिया है। गेटों पर ताला लगा दिया गया और जो बिना गेट वाली जगहें हैं, वहां पर तारबंदी कर दी गई है। ताकि कोई अंदर ना जा सके। 

सेक्टर बीटा-1 के निवासी हरेंद्र भाटी ने बताया कि उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों पर रहें। पार्कों में आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे घर पर रहकर कोरोना से लड़ाई में अपना योगदान दे सकते हैं। सेक्टर डेल्टा-2 के पार्कों को भी मंगलवार को बंद कर दिया गया है। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने ठेकेदारों से सेक्टर के सभी पार्कों के गेटों को बन्द करा दिया है। 

प्राधिकरण ने समस्त सामाजिक संगठनों से अनुरोध किया है कि जब तक उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में लॉक डाउन लागू है, तब तक पार्कों में घूमने के लिए न निकले। अगर कोई करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी। सेक्टर डेल्टा-2 की रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव आलोक नागर ने बताया कि पार्कों को बंद कर दिया गया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों पर रहें। नियमों का पालन करें।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण शहर से लेकर गांवों तक में सेनेटाइजेशन में जुटे हैं। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की 100 टीमें जुटी हुई हैं। ये टीमें सेनेटाइजेशन के साथ लोगों को जागरूक कर रही हैं। जबकि, यमुना प्राधिकरण अपने अधीन 96 गांवों के लिए सेक्टर अफसर तैनात किए हैं। यहां पर साफ-सफाई के अलावा लोगों को जागरूक किया जा रहा है। फॉगिंग भी कराई जा रही है। ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है।

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