Noida: प्राइवेट अस्पताल की एम्बुलेंस ने कोरोना की संदिग्ध बुजुर्ग मरीज को सड़क पर छोड़ा, जानिए फिर क्या हुआ

Noida: प्राइवेट अस्पताल की एम्बुलेंस ने कोरोना की संदिग्ध बुजुर्ग मरीज को सड़क पर छोड़ा, जानिए फिर क्या हुआ

Noida: प्राइवेट अस्पताल की एम्बुलेंस ने कोरोना की संदिग्ध बुजुर्ग मरीज को सड़क पर छोड़ा, जानिए फिर क्या हुआ

Tricity Today | सड़क किनारे बैठी हुई बुजुर्ग महिला

नोएडा के फेलिक्स हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कोरोना की संदिग्ध 65 साल की बुजुर्ग मरीज को अस्पताल की एम्बुलेंस ने रोड पर ही छोड़ दिया। हॉस्पिटल एम्बुलेंस ने मरीज रोड पर छोड़ा, इस एम्बुलेंस से हॉस्पिटल ने जिम्स में मरीज रेफर किया था। एम्बुलेंस वाला मरीज को लेकर यमुना एक्सप्रेस पर नोएडा इंटरनेशनल मेडिकल इंस्टिट्यूट पहुंच गया। उसे बाहर सड़क पर छोड़ दिया। सूचना मिने पर पुलिस पहुंची और महिला को जिम्स में भर्ती कराया है।

फेलिक्स अस्पताल की एंबुलेंस कोरोना संदिग्ध एक बुजुर्ग महिला को नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के बाहर सड़क पर छोड़कर चली गई। महिला को देखकर विश्वविद्यालय कर्मियों ने पुलिस को सूचना दी। 4 घंटे की मशक्कत और मुख्यमंत्री को ट्विटर पर शिकायत करने के बाद महिला को ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया है।

मूल रूप से हापुड़ की रहने वाली 65 वर्षीय बुजुर्ग शुक्रवार की सुबह हापुड़ से नोएडा के फेलिक्स अस्पताल की एंबुलेंस में उपचार करवाने के लिए आई थीं। अस्पताल कर्मियों ने उनका एक्स-रे किया और कोरोना के संदिग्ध लक्षण मिले हैं, यह कहकर एंबुलेंस में नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी भेज दिया। बुजुर्ग और उसके तीमारदारों को बताया कि ग्रेटर नोएडा में कोरोना का क्वॉरेंटाइन सेंटर बना हुआ है, सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं, वहां उपचार होगा।

अस्पताल की एंबुलेंस पर तैनात कर्मचारी सड़क पर एआईयू के बाहर बुजुर्ग महिला को छोड़कर चला गया। यूनिवर्सिटी कर्मियों ने महिला को  सड़क पर बैठा देखकर 112 पर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद दनकौर के एसएचओ रजनीश तिवारी मौके पर पहुंचे। मीडिया कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। 

ट्वीट के बाद मचा हड़कम्प
इस बारे में बात करने के लिए मीडिया कर्मियों ने गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन किया लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया। अधिकारी मामले में एक-दूसरे पर टालते रहे। आखिर एक मीडियाकर्मी ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्विटर पर की। इसके बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। जो एंबुलेंस कर्मी महिला को सड़क पर छोड़ कर गया था, वह एंबुलेंस लेकर वापस पहुंच गया। 

फिर एक की बजाय दो-दो एम्बुलेंस पहुंची
दनकौर अस्पताल की एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद महिला को अस्पताल में एंबुलेंस टीम के साथ पहुंचा दिया गया है। इस संबंध में जिला प्रशासन के निर्देश पर लापरवाही बरतने के मामले में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। पुलिस कमिश्नर ऑफिस की मीडिया सेल ने बताया कि दनकौर कोतवाली पुलिस ने एम्बुलेंस भेजी। बुजुर्ग महिला को एम्बुलेंस से ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती करवा दिया गया है।

इस पूरे प्रकरण पर फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. धर्मेंद्र गुप्ता का कहना है, ''महिला में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर जांच के लिए ग्रेटर नोएडा के जिम्स रेफर कर दिया गया। जिस एंबुलेंस से महिला गई, वह अस्पताल की नहीं थी, बल्कि निजी एंबुलेंस थी। यह हो सकता है कि पते की जानकारी नहीं होने की स्थिति में महिला को क्वारंटाइन छोड़कर एंबुलेंस आ गई। इसकी जानकारी मिलते ही दोबारा एंबुलेंस भेजकर महिला को जिम्स भेजा गया।''

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