Tricity Today | शाहबेरी
शाहबेरी प्रकरण की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने गाजियाबाद के बिल्डर खुशीराम को गिरफ्तार किया है। बिल्डर ने शाहबेरी में निधि रेजीडेंसी के नाम से दो अवैध इमारतें बनाई थी। जिसमें कुल 50 फ्लैट बनाकर निवेशकों को बेचे गए थे। आरोपी निधि रेजीडेंसी में निदेशक के पद पर तैनात रहा है। जिसमें कई अन्य लोग भी शामिल है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
एसआइटी प्रभारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से बिसरख कोतवाली में अगस्त 2019 में निधि रेजीडेंसी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इस प्रकरण में एसआईटी की जांच में एक बिल्डर खुशीराम का नाम सामने आया था।
एसआईटी की टीम ने सोमवार की रात गाजियबाद के रहने वाले बिल्डर खुशीराम को सोमवार शाम गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि बिल्डर ने शत्रु सम्पत्ति पर अवैध रूप से फ्लैट बनाकर बेचे गए थे। आरोप है कि बिल्डर द्वारा जमीन की रजिस्ट्री भी अवैध रूप से की गई थी। इसके अलावा यहां ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से नक्शा पास कराए अवैध रूप से फ्लैट बनाए गए हैं।
दरसल, शाहबेरी में 17 जुलाई 2018 को दो अवैध इमारतें ढह गई थी। मलबे में दबने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। नौ लोगों की मौत के बाद योगी सरकार ने मामले में कार्रवाई के लिए एसआइटी गठित की थी। एसआईटी की टीम इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।