Google Image | Greater Noida West
ग्रेनो वेस्ट में एकमात्र सरकारी अस्पताल के नाम पर बिसरख में कम्युनिटी हेल्थ सेन्टर है। कहने को यह 30 बेड का अस्पताल है। लेकिन यहां एक्स रे जांच जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं है। ऐसे में निवासियों को निजी अस्पतालों का रुख करना मजबूरी बन जाता है।
सुपरटेक इकोविलेज-1 निवासी और नेफोवा उपाध्यक्ष सुमित सक्सेना ने बताया कि उनकी माताजी के हाथ में कल रात चोट लग गई थी। चोट के कारण दर्द होने लगा और सूजन हो गई। रात में बार-बार गर्म पानी की पट्टी लगाकर काम चलाया। सुबह बिसरख हेल्थ सेन्टर में एक्स-रे कराने पहुंचे, लेकिन पता चला कि बिसरख हेल्थ सेन्टर में एक्स-रे जैसे बुनियादी जांच के उपकरण नहीं है। लिहाजा कहीं और निजी अस्पताल में जाकर जांच करानी पड़ेगी। ऐसे में बिसरख हेल्थ सेन्टर में जरूरी जांच ना होना चिंता का विषय है।
सुमित सक्सेना ने बताया कि यहां पास में ही एक निजी अस्पताल है। लेकिन वहां कोरोना का इलाज चल रहा है। अतः वहां अपनी वृद्ध माताजी को ले कर जाना खतरे से खाली नही है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा वेस्ट से नोएडा जाकर वहां के निजी अस्पताल में जांच करवानी पड़ी।
नेफोवा और ग्रेनो वेस्ट निवासी काफी समय से क्षेत्र में नोएडा जिला अस्पताल के तर्ज पर अत्याधुनिक अस्पताल की मांग कर रहे। लेकिन सरकार के तरफ से या जनप्रतिनिधियों के तरफ से इस विषय पर कोई जवाब नही आ रहा है। ग्रेनो वेस्ट में आबादी 2.5 लाख से ज्यादा है। लेकिन सरकारी अस्पताल के नाम पर कोई व्यवस्था नही है। सरकार से निवासियों की अपील है कि ग्रेनो वेस्ट में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग़ाज़ियाबाद में सरकारी अस्पताल जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सरकारी अस्पताल जल्द से जल्द बनाया जाए।