दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ा अलर्ट, शनिवार को बिना वजह से घर से नहीं निकलें, जानिए वजह

दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ा अलर्ट, शनिवार को बिना वजह से घर से नहीं निकलें, जानिए वजह

दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ा अलर्ट, शनिवार को बिना वजह से घर से नहीं निकलें, जानिए वजह

Tricity Today | दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ा अलर्ट

दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ा अलर्ट है। शनिवार को बिना वजह घर से नहीं निकलें। दरअसल, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया है कि शनिवार को वायु की गुणवत्ता में और गिरावट दर्ज हो सकती है। क्योंकि पीएम 10 और पीएम 2.5 कणों की संख्या हवा में बढ़ रही है। पीएम 10 का व्यास 10 माइक्रोमीटर से कम होता है और पीएम का 2.5 माइक्रोमीटर से कम होता है। ये हवा में बेहद सूक्ष्म प्रदूषक कण है।

सफर ने बताया, ''ऐसा पूर्वानुमान है कि 24 और 25 अक्टूबर को वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब के उच्चतम स्तर और यहां तक कि 'गंभीर श्रेणी को भी छू सकती है। 'वायु गुणवत्ता आगामी दो दिनों में यानी 24 अक्टूबर तक और खराब होगी। पराली जलाने के अलावा अन्य कारक भी हैं, जिससे वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। इनमें वाहन प्रदूषण और अपशिष्टों को जलाना भी शामिल है।

शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 374 दर्ज किया गया जो कि एक दिन पहले 302 था। पृथ्वी विज्ञान की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली 'सफर के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बेहद खराब श्रेणी में है। सफर के अनुसार दिल्ली क्षेत्र में हवा की गति बहुत शांत है और अगले दो दिन तक भी इसके ऐसे ही रहने का पूर्वानुमान है। सफर ने बताया, ''ऐसा पूर्वानुमान है कि 24 और 25 अक्टूबर को वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब के उच्चतम स्तर और यहां तक कि 'गंभीर श्रेणी को भी छू सकती है।

सफर ने बताया कि हरियाणा, पंजाब और पड़ोसी क्षेत्रों में पराली जलाए जाने में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है और बृहस्पतिवार को यह संख्या 1,213 थी। हवा की गति अभी प्रदूषक तत्वों को दिल्ली की तरफ धकेलने के लिए बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं है इसलिए आज पराली से दिल्ली में पीएम 2.5 का योगदान 17 फीसदी दर्ज किया गया।
    
आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक आनंद शर्मा ने कहा, ''वायु गुणवत्ता आगामी दो दिनों में यानी 24 अक्टूबर तक और खराब होगी। पराली जलाने के अलावा अन्य कारक भी हैं, जिससे वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। इनमें वाहन प्रदूषण और अपशिष्टों को जलाना भी शामिल है।"

दूसरी ओर प्रदूषण की स्थिति के मद्देनजर चिकित्सकों ने लोगों को सलाह दी है कि वे बिना वजह घरों से बाहर नहीं निकलें। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के महागुण मार्ट में Dr Suman Parmar M.B.B.S. M.S (ENT) की सलाह है कि वायु प्रदूषण उच्चतम स्तर पर है। जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। हवा के साथ फेफड़ों में रसायनिक अपशिष्ट जाने से एलर्जी बढ़ने और सांस से जुड़े रोग हो सकते हैं। जिन लोगों को पहले से ही सांस और हृदयरोग हैं, उनके लिए यह प्रदूषण बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। डॉ सुमन ने कहा, "सुबह और शाम के समय पार्क में टहलने और जोगिंग करने नहीं निकलें। अगर आपको वर्कआउट करना ही है तो घर में सामंजस्य बैठाकर ही करें। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह हवा सबसे ज्यादा खतरनाक है। लिहाजा, गैर जरूरी कामकाज के लिए इन लोगों को घर से बाहर नहीं जाने दें। 

डॉक्टर का कहना है कि वायु प्रदूषण बहुत अधिक होने से आंखों में जलन महसूस हो रही है तो ठंडे और ताजे पानी से थोड़ी-थोड़ी देर बाद धोते रहें। अगर सांस लेने में कठिनाई हो रही है तो अदरख और लॉन्ग का सेवन करें। गर्म पानी पिएं। हालांकि, हर बार गर्म पानी पीने की आवश्यकता नहीं है। दिन में अगर दो तीन बार गर्म पानी का सेवन कर लें तो बड़ा फायदेमंद साबित हो सकता है। इस दौरान नींबू और दूसरे तीखे खट्टे भोज्य पदार्थों का सेवन करने से बचें। दरअसल, नींबू और दूसरे खट्टे खाद्य पदार्थ गले में खराश पैदा करते हैं। जिसकी वजह से सांस लेने में और ज्यादा कठिनाई हो सकती है।'

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