Tricity Today | क्वारंटाइन सेंटर से युवक की फरारी में बड़ा खुलासा
गलगोटिया विश्वविद्यालय स्थित क्वारंटीन सेंटर से भागे युवक के मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भारी पड़ सकती थी। इस मामले में पुलिस का दावा है कि स्वास्थ्य विभाग ने युवक के फरार होने की जानकारी नहीं दी थी। इस लापरवाही को अधिकारी तीन दिन तक छिपाते रहे। शुक्रवार को अलीगढ से युवक के पकड़े जाने के बाद वहां के अधिकारी और ग्रामीणों के जानकारी देने के बाद घटना प्रकाश में आई।
इस मामले में सवाल यह उठता है कि इस तरह की लापरवाही कई लोगों पर भारी पड़ सकती थी। जिस गांव के युवक को पकड़ा गया है, उसके परिजन समेत 25 लोगों को क्वारंटीन करना पड़ा है। आपको बता दें कि गलगोटिया विश्वविद्यालय स्थित क्वारंटीन सेंटर में 22 अप्रैल को परी चौक से दो युवकों को भेजा गया था। उसी दिन एक युवक किसी तरह क्वारंटीन सेंटर से भाग गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस को जानकारी नहीं दी। गौतमबुद्ध नगर की टीम ने अलीगढ़ पुलिस-प्रशासन की मदद से शुक्रवार को टप्पल के गांव मोर से युवक को पकड़ लिया। इसके बाद उसके परिवार समेत 25 लोगों को क्वारंटीन किया गया।
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। जिससे लोग भागे हुए युवक से सतर्क रहते। बताया जा रहा है कि युवक के ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में किराये पर रहने की जानकारी मिली थी। इसके चलते टीम गांव गई थी, लेकिन वहां युवक के नाम का एक अन्य युवक प्रेम प्रसंग के चलते भाग गया था। इसके चलते टीम नाम को लेकर असमंजस में वहां से लौट आई।
इस बारे में ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी।