Tricity Today | शाहबेरी
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में अवैध तरीके से बने फ्लैटों का मामला एक बार फिर तूल पकड़ रहा है। यहां रहने वाले खरीदारों ने जीआईसी और बैंक को ई-मेल और स्पीड पोस्ट भेजकर होम लोन की ईएमआई रोक दी हैं। फ्लैट खरीदारों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन की मिलीभगत से फ्लैट खरीदारों को कोई राहत नहीं मिली है। दूसरी ओर फ्लैट खरीदारों का कहना है कि बिल्डर एक बार फिर धड़ल्ले से फ्लैट बेच रहे हैं। यहां रजिस्ट्री फिर शुरू हो गई हैं।
अभी तक 60 खरीददार विभिन्न बैंकों से मिले होम लोन की ईएमआई रोक चुके हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी में वर्ष 2018 में दो इमारत गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई थी। इन इमारतों के गिरने के बाद यहां रह रहे लोगों में दहशत का माहौल बन गया था। जांच के दौरान पता लगा कि शाहबेरी में अवैध तरीके से इमारते बनाकर उन्हें खरीददारों को बेच दिया गया। इस बात की जब फ्लैट खरीदारों ने जानकारी की तो खुलासा हुआ।
शाहबेरी के फ्लैट खरीदारों ने बिल्डर की लापरवाही की शिकायत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन से की। लेकिन काफी शिकायतों के बाद भी फ्लैट खरीदारों को कोई राहत नहीं मिली। फ्लैट खरीदारों ने महंगा होम लोन लेकर रजिस्ट्री कराई। अब बैंक फ्लैट खरीदारों पर ईएमआई भरने का दबाव डाल रहा है। जिसके बाद फ्लैट खरीदारों ने शाहबेरी में बनी इमारतों को अवैध बताकर बैंक की ईएमआई भरने से मना कर दिया है।
अब तक 60 खरीददार ईएमआई देने से मना कर चुके हैं
शाहबेरी निवासी सचिन राघव ने बताया कि शाहबेरी में रहने वाले उनके दोस्त अभिनव खरे ने होम लोन की बैंक ईएमआई रोक दी है। अभिनव ने जीआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड बैंक और हेड ब्रांच को स्पीड पोस्ट के माध्यम से यह सूचना दी है। अभिनव खरे के अलावा शाहबेरी में रहने वाले 60 खरीददार ऐसे हैं जिन्होंने होम लोन की बैंक ईएमआई रोकने की घोषणा की है।
हमने अपने लिए घर नहीं कब्र खरीद ली, शाहबेरी के लोगों का दर्द
अभिनव खरे ने बताया कि उन्होंने घर नहीं बल्कि अपने लिए कब्र खरीद ली। जिसमें जीवन भर की कमाई लग गई। उधार भी हो गया और जिंदगी भी खतरे में है। क्योंकि बैंकों द्वारा आरबीआई व एनएचबी के सर्कुलर को नजरअंदाज करके अवैध फ्लैट पर होम लोन देकर खरीदारों को फंसाया गया है। नेहा सिंह ने बताया कि शाहबेरी में उन्होंने सबसे पहले एफआईआर दर्ज कराई थी। क्योंकि बिल्डर ने उन्हें ग्रेटर नोएडा सेक्टर 4 में फ्लैट दिलाने का भरोसा दिया था। लेकिन उनके फ्लैट की रजिस्ट्री शाहबेरी में कर दी गई। वर्तमान में भी वह लोग शासन और गृह मंत्रालय को ट्विटर के माध्यम से लगातार शिकायतें कर रहे हैं।
एक बिल्डर पर जिला प्रशासन लगा चुका है रासुका
शाहबेरी में दो इमारत गिरने के बाद प्रशासन एक्शन में आया था। जिसके बाद तत्कालीन डीएम बी एन सिंह ने शाहबेरी में बिल्डिंग बनाने वाले जसवीर मान पर रासुका लगाया था। इस रासुका को शासन ने बढ़ाने की संस्तुति कर दी है।
शाहबेरी में अभी भी हो रही हैं रजिस्ट्री
शाहबेरी के लोगों को कहना है कि जब प्रशासन और प्राधिकरण ने शाहबेरी में रजिस्ट्री पर रोक लगा रखी है, तो फिर यहां पर रजिस्ट्री किसकी शह पर हो रही है। शाहबेरी में हजारों लोग रह रहे हैं। ग्रेनो वेस्ट के शाहबेरी इलाके में वर्तमान में भी हजारों की संख्या में लोग अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि बरसात के सीजन में मकान की नींव में पानी भर जाता है। जिस कारण अनहोनी की आशंका उन्हें हमेशा भयभीत करती रहती है।