जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर, यमुना प्राधिकरण ने दूसरे चरण की जमीन का अधिग्रहण करने के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा

जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर, यमुना प्राधिकरण ने दूसरे चरण की जमीन का अधिग्रहण करने के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा

जेवर एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर, यमुना प्राधिकरण ने दूसरे चरण की जमीन का अधिग्रहण करने के लिए प्रस्ताव सरकार को भेजा

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Jewar International Airport : जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ी बड़ी खबर है। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार (UP Govt) को भेज दिया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का निर्माण चार चरणों में होगा। अब दूसरे चरण के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव के साथ जमीन की कुल कीमत का 10 फीसदी पैसा भी जारी करने की मांग की गई है। 

यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक दूसरे चरण में 1,365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। शासन की अनुमति के बाद यह प्रस्ताव गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddh Nagar) जिला प्रशासन को भेजा जाएगा ताकि जमीन अधिग्रहण शुरू हो सके। जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। पहले चरण का निर्माण शुरू करने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) और विकासकर्ता कंपनी ज़्यूरिख़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी  के बीच अनुबंध हो चुका है। अब 7 दिसंबर तक एयरपोर्ट का मास्टर प्लान फाइनल हो जाएगा। जेवर एयरपोर्ट 4 चरणों में पूरा किया जाना है। पहले चरण की जमीन ली जा चुकी है। अब दूसरे चरण की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। 

दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यमुना प्राधिकरण ने जमीन अधिग्रहण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा दिया है। इस प्रस्ताव में जमीन अधिग्रहण की अनुमति मांगी गई है। साथ ही जमीन की कीमत का 10 प्रतिशत पैसा भी मांगा गया है। इसके बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शासन से अनुमति के बाद यह प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा जाएगा। जिला प्रशासन ही जमीन अधिग्रहण करेगा। दूसरे चरण के अधिग्रहण के बाद तीसरे और चौथे चरण की जमीन ली जाएगी।

इस जमीन पर एक रनवे और एमआरओ हब विकसित किया जाएगा

जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण में अधिग्रहित की जा रही जमीन पर एक रनवे और एमआरओ (मेंटीनेंस रिपेयरिंग एंड ओवरहॉलिंग) हब विकसित किया जाएगा। यह रनवे एमआरओ के लिए भी बनाया जाएगा। जेवर एयरपोर्ट में देश का सबसे बड़ा एमआरओ हब विकसित किया जाएगा। अभी तक अधिकतर भारतीय विमानों का मेंटीनेंस सिंगापुर श्रीलंका और दूसरे यूरोपीय देशों में कराया जाता है। लेकिन जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू होने के साथ ही एमआरओ के मामले में भी आत्मनिर्भरता आ जाएगी।

अब इन गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा

यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक इस बार बंकापुर, सिवारा, बनवारीवास, किशोरपुर, साबोता, जाफराबाद, रामनेर, थोरा, दयोरार, नीमका खाजपुर, चारोली और जेवर बांगर गांव की भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए करीब 3000 करोड़ रुपये मुआवजा बांटा जाएगा। दूसरे फेज पर 31,114 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह का कहना है कि जेवर एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए जमीन अधिग्रहण करने के लिए शासन से मंजूरी मांगी गई है। इसका प्रस्ताव भेज दिया गया है। अब प्रस्ताव को अनुमति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एयरपोर्ट के किस चरण में कितनी जमीन का अधिग्रहण होगा

चरण              जमीन हेक्टेयर में
पहला                 1334
दूसरा                  1365
तीसरा                 1318
चौथा                   735

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