Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अब दूसरे राज्यों की संस्कृति से रूबरू होंगे। बच्चों को इन राज्यों के लोकगीत, भाषा, किताब, त्योहार और भोजन का अध्ययन भी कराया जाएगा। "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" कार्यक्रम के तहत जिले के स्कूलों को इसमें जोड़ा जाएगा। इस संबंध में स्कूलों को गाइडलाइन भेजी गई हैं।
गौतम लबुद्ध नगर में सैकड़ों की संख्या में निजी, सरकारी और अर्ध सरकारी स्कूल संचालित हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत देश के अलग-अलग राज्यों को जोड़ा गया है। जनपद गौतमबुद्ध नगर के स्कूली बच्चे अरुणाचल प्रदेश और मेघालय पूर्वोत्तर राज्य की संस्कृति को जानेंगे।
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से इन दोनों राज्यों की संस्कृति को जानेंगे और वहां का भ्रमण भी करेंगे। पहले चरण में विद्यालयों को तमाम प्रतियोगिताओं की सूची जारी की गई है। जिसमें सभी स्कूली बच्चों को शामिल कराना है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से संस्कृति का आदान-प्रदान होगा।
त्योहार और भोजन के बारे में छात्र करेंगे अध्ययन
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर राज्य की संस्कृति से रूबरू होने के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे वहां के लोकगीत, भाषा, किताब, त्योहार और भोजन के बारे में अध्ययन करेंगे। ताकि बच्चों को इन राज्यों की स्थिति और परिस्थिति का पता आसानी से लग सके।
जिला विद्यालय निरीक्षक नीरज पांडे ने बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत स्कूलों में गाइडलाइन पहुंची है। इसमें सरकारी और पब्लिक दोनों ही स्कूलों के बच्चे हिस्सा लेंगे। इसके तहत पहले चरण में तमाम प्रतियोगिताएं आयोजित की जानी है। जिस की सूची विद्यालयों को भेज दी गई है।