Tricity Today | Joginder awana and Sanjay Bhati
बाइक बोट घोटाले मैं बड़ी खबर सामने आ रही है। नोएडा के रहने वाले और राजस्थान में कांग्रेस के विधायक योगेंद्र सिंह अवाना समेत 58 लोगों के खिलाफ दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। इन लोगों पर फर्जीवाड़ा और जालसाजी करके सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है। दादरी कोतवाली में मुख्य आरोपी संजय भाटी समेत 58 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। इन आरोपियों में राजस्थान से विधायक जोगिंदर अवाना और नोबल को-ऑपरेटिव बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी का नाम भी शामिल है। एफआईआर गौतमबुद्ध नगर जिला एवं सत्र न्यायालय के आदेश पर दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है। आपको बता दें कि दिल्ली में आर्थिक अपराध शाखा ने दो दिन पहले ही बाइक बोट घोटाले से जुड़े कंपनी के सात निदेशकों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है। दिल्ली में एक बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
बाइक बोट फर्जीवाड़े के मामले में जिला न्यायालय के आदेश पर दादरी कोतवाली में राजस्थान से कांग्रेस के विधायक और नोबल कोऑपरेटिव बैंक के सीईओ समेत 58 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। बाइक बोट फर्जीवाड़े के शिकार 632 पीड़ितों की याचिका पर सुनवाई करके अदालत ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। इनमें कई नए आरोपी हैं, जो अब तक फर्जीवाड़े में नामजद नहीं हुए हैं। फर्जीवाड़े का मुख्यारोपी संजय भाटी भी बसपा का पूर्व गौतमबुद्घ नगर लोकसभा प्रभारी रह चुका है। विधायक जोगेंद्र अवाना संजय भाटी के रिश्तेदार बताये जा रहे हैं। निवेशकों ने आरोपियों पर रक्तदान शिविर लगाकार खून बेचने का भी आरोप लगाया है।
जिला न्यायालय के अधिवक्ता आशुतोष शर्मा ने बताया कि मुजफ्फरनगर के निवासी विकास बालियान समेत 632 पीड़ित निवेशकों ने गौतमबुद्घ नगर पुलिस के आला अधिकारियों और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) मेरठ को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए शिकायत दी थी। लेकिन किसी ने उनकी सुनवाई नहीं की। इसके चलते निवेशकों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। पीड़ित निवेशकों ने न्यायालय को बताया कि आरोपियों ने एक साल तक धन दोगुना करने का लालच देकर बाइक और आईडी लगाने का झांसा दिया था। आरोपियों ने प्रतिमाह किश्तों में रुपया लौटाने का झांसा दिया और कुछ माह बाद किश्त बंद कर दीं।
कोर्ट को बताया गया कि मुख्य आरोपी संजय भाटी कार्यक्रमों में सेलीब्रेटी और अधिकारियों को बुलाता था। इसके चलते लोगों का आरोपी व गर्वित इनोवेटिव कम्पनी पर विश्वास हो गया। एक के बाद एक देशभर के लाखों निवेशक उनके जाल में फंस गए। आरोपियों ने रुपये मांगने पर फर्जी चेक दिए थे, जो बाद में बाउंस हो गए थे। इसके बाद खुद सबूत मिटाने के लिए चीती गांव में स्थित दफ्तर में आग लगवा दी गई। अदालत ने याचिकाकर्ताओं की अर्जी पर सुनवाई करते हुए दादरी कोतवाली पुलिस को प्रकरण में मुकदमा दर्ज करके करवाई के आदेश दिए हैं। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी।
इन लोगों पर दर्ज हुई एफआईआर
इस बारे में ग्रेटर नोएडा के पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार सिंह का कहना है कि जिला न्यायालय के आदेश पर बाइक बोर्ड प्रकरण में दादरी कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। दूसरी ओर राजस्थान से कांग्रेस के विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने कहा, "मेरा इस केस से कोई लेना देना नहीं है। मुझे इस प्रकरण के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। मीडिया के माध्यम से मुझे केस में नाम आने की जानकारी मिली है। पुलिस पर मुझे पूरा भरोसा है। पुलिस को जांच करने दीजिए। सारे तथ्य सामने आ जाएंगे।"