Tricity Today | नीलम सिंह को समझते हुए शारदा हॉस्पिटल के डॉक्टर
"घर से पति के साथ इलाज कराने के लिए निकली थी, लेकिन आज अकेले घर जाना पड़ रहा है। ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था।" शारदा अस्पताल से सोमवार को डिस्चार्ज हुईं नीलम सिंह यह कहते-कहते वह फफक-फफक कर रोने लगीं। घर भेजते समय शारदा के मेडिकल स्टाफ ने उन्हें ढांढस बंधाया। घर पर किस तरह से रहना है, डॉक्टरों ने यह भी समझाया।
शारदा अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। इस अस्पताल में नोएडा सेक्टर -19 निवासी अशोक सिंह और नीलम सिंह कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भर्ती हुए थे। अशोक सिंह को पहले शुगर था, लेकिन पूरी तरह फिट थे। कोरोना डर उनके मन में घर कर गया। 11 मई को उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया। तमाम प्रयासों के बावजूद डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। उनके निधन के बाद नीलम और टूट गईं। कोरोना से बड़ा दर्द अशोक की मौत दे गया।
सोमवार को उनकी रिपोर्ट आई और वह निगेटिव हो गईं। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। शारदा अस्पताल ने उन्हें 10 दिन की दवा भी दी ताकि आगे उन्हें दिक्कत ना हो। बातचीत में नीलम सिंह ने रुंधे हुए गले से कहा कि वे पति के साथ इलाज कराने आई थीं। लेकिन विधाता की देखिए मैं अकेली जा रही हूं। इतना कहते ही वह रो पड़ीं। उन्होंने शारदा अस्पताल का धन्यवाद दिया। डॉक्टरों ने उनसे घर पर क्वारंटाइन रहने के लिए कहा है।
शारदा से तीन मरीज घर भेजे गए
शारदा अस्पताल से सोमवार को तीन मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। रिपोर्ट निगेटिव आने पर डॉक्टरों ने उन्हें घर भेजा। सोमवार को यहां से रवि कुमार, मुन्नी देवी और नीलम सिंह को डिस्चार्ज किया गया। नीलम सिंह नोएडा के सेक्टर-19 में रहती हैं। उनके पति भी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। काफी प्रयासों के बावजूद डॉक्टर उन्हें नहीं बचा पाए। उनकी 11 अप्रैल मौत हो गई थी।
घर भेजे गए मरीजों से डॉक्टरों ने घर पर क्वारंटाइन रहने के लिए कहा है। अगर कोई दिक्कत हो तो वह डॉक्टरों से संपर्क करें। साथ ही घर पर मास्क लगाने के लिए कहा गया है। अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि रिपोर्ट निगेटिव आने पर मरीजों को घर भेजा गया है। अब तक शारदा से 87 लोगों को ठीक करके घर भेजा जा चुका है।