नोएडा प्राधिकरण पहुंची सीबीआई, यादव सिंह के रैकेट में शामिल अफसरों-कर्मचारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी

नोएडा प्राधिकरण पहुंची सीबीआई, यादव सिंह के रैकेट में शामिल अफसरों-कर्मचारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी

नोएडा प्राधिकरण पहुंची सीबीआई, यादव सिंह के रैकेट में शामिल अफसरों-कर्मचारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी

Tricity Today | नोएडा सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण कार्यालय।

सीबीआई ने तत्कालीन अधिकारियों के जारी किए गए टेंडर बांड खंगाले हैं।gangaबांड पर किए गए अधिकारियों के हस्ताक्षरों का मिलान किया जा रहा है।gangaप्राधिकरण कार्यालय में सीबीआई की टीम ने साढ़े पांच घंटे डेरा डाले रखा।

एक समय गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ रहे यादव सिंह और उनके रैकेट में शामिल रहे 20 से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों शिकंजा कसने के लिए मंगलवार को सीबीआई नोएडा प्राधिकरण पहुंची। सीबीआई ने तत्कालीन अधिकारियों के जारी किए गए टेंडर बांड खंगाले हैं। बांड पर किए गए हस्ताक्षरों का मिलान किया जा रहा है।

मंगलवार को सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में सीबीआई की टीम ने करीब साढ़े पांच घंटे तक डेरा डाले रखा। इस दौरान टेंडर बांड पर किए गए हस्ताक्षरों का मिलान किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यादव सिंह के खिलाफ कोर्ट में तीसरी चार्जशीट दाखिल करने के बाद सीबीआई और पुख्ता सबूत जुटा रही है। इसके लिए मंगलवार को सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय में सुबह साढ़े 11 बजे पहुंची। शाम करीब पांच बजे सीबीआई की टीम रवाना हुई। 

इस दौरान 12 तत्कालीन अधिकारियों को हस्ताक्षर मिलाने के लिए कार्यालय में बुलाया गया था। इसमें अधिकांश अधिकारी उपस्थित रहे। कुछ दस्तावेज जांचने के लिए सीबीआई टीम वर्क सर्किल और ईएंडएम में भी गई। वहां फाइल निकलवाकर हस्ताक्षर का मिलान किया गया।

करीब साढ़े पांच घंटे सीबीआई ने प्राधिकरण में छानबीन की

अंडर ग्राउंड केबलिग घोटाला, नोएडा क्रिकेट स्टेडियम घोटाला और अपने चहती कंपनियों को टेंडर देकर लाभ कमाने के मामले में यादव सिह समेत अन्य अधिकारियों की जांच पूरी हो चुकी है। इसमें अफसरों पद का दुरुपयोग सिद्ध हुआ है। ऐसे में रेग्यूलर डिपार्टमेंटल एक्शन (आरडीए) तय हुआ है। नोएडा प्राधिकरण में वर्ष 2011 में पांच कार्य दिवस में 1480 टेंडर जारी करने का मामला है। इन पर प्राधिकरण की सलाहकार एजेंसी राइट्स ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। लेकिन तत्कालीन अधिकारियों ने राइट्स की आपत्तियों को दरकिनार कर दिया था। अब यह साक्ष्य नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन अधिकारियों की गले की फांस बन चुका है।

इन अफसरों के हस्ताक्षरों का मिलान करवाया गया है

यादव सिंह, पूर्व सीएमई, जल विभाग, नोएडा प्राधिकरण

रामेंद्र पीई, ईएंडएम डिवीजन-2

जेपी सिह एपीई, ईएंडएम डिवीजन-2

धर्मराज जेई, ईएंडएम डिवीजन-2

वेदपाल सीनियर, ईएंडएम डिवीजन-2 और इएडंएम डिवीजन-3

मान सिंह, एसएफओ, ईएंडएम डिवीजन-2

डीआर आर्य एपीई, ईएंडएम डिवीजन-2

केपी सिंह, एफसी, ईएंडएम डिवीजन-2

राजीव कुमार, जेई, ईएंडएम डिवीजन-2

सुशील कुमार, सीएफएंडएओ, ईएंडएम डिवीजन-2 और इएंडएम डिवीजन-3

आरडी शर्मा, जेई, ईएंडएम डिवीजन-2

एसी सिंह, एफसी, ईएंडएम डिवीजन डिवीजन-2 और ईएंडएम डिवीजन-3

संतराम, सीपीई, ईएंडएम डिवीजन-2

जीएस चौधरी, जेई, ईएंडएम डिवीजन-3

राजेश शर्मा, जेई, ईएंडएम डिवीजन-3

केके पांडेय, सीपीई, नोएडा

एसके अग्रवाल एपीई, ईएंडएम डिवीजन-3

वीके मांगलिक, पीई, ईएंडएम डिवीजन-3

एसके श्रीवास्ताव, सीपीई, ईएंडएम डिवीजन-3

आरके गोयल, एपीई, ईएंडएम डिवीजन-3

जावेद अहमद, प्रोपराइटर, एमएस/गुल इंजीनियर्स कंपनी

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