सीईओ नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडा के 10 सालों का भविष्य तय किया, मार्च 2021 तक होगा सबसे बड़ी समस्या का समाधान

सीईओ नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडा के 10 सालों का भविष्य तय किया, मार्च 2021 तक होगा सबसे बड़ी समस्या का समाधान

सीईओ नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडा के 10 सालों का भविष्य तय किया, मार्च 2021 तक होगा सबसे बड़ी समस्या का समाधान

Google Image | Narendra Bhushan IAS, CEO Greater Noida

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के छह सेक्टरों में सीवर ओवरफ्लो व ब्लॉकेज की समस्या का समाधान कर दिया है। शेष सेक्टर गामा, अल्फा, ओमिक्रान, ज्यू, सिग्मा, गांव डाबरा, फतेहपुर और मायजा में मार्च 2021 तक सीवर ओवरफ्लो और ब्लॉकेज की समस्या का पूर्णतया समाधान कर दिया जाएगा। प्राधिकरण के अधिकारियों ने चेतावनी भी दी है कि आवंटी सीवर के मेनहोल पर बने रैम्प को स्वयं तोडक़र दो सप्ताह के अंदर साफ करा दें। अन्यथा प्राधिकरण अभियान चलाकर अनाधिकृत रूप से बनाये गये रैम्प तोडक़र मेन होलों की सफाई करायेगा। रैम्प तोडऩे और अन्य व्यय की वसूली संबंधित से की जाएगी।
     
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में आगामी 10 वर्षो में निवासियों की संख्या 25 लाख हो जाने की संभावना है। लिहाजा सीवर विभाग ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सीवर की समस्याओं को गंभीरता से लेकर हल कर रहा है। प्राधिकरण शहर के छह सेक्टर बीटा-1, डेल्टा 1, ज्यू 2, इकोटेक 2 और नॉलेज पार्क 3 आदि सेक्टरों में सीवर के सभी प्लगों को तोड़ते हुए सीवर लाइन को मुख्य सीवर लाइन से जोड़ दिया है। यही नहीं क्षेत्र के सभी गांवों को मुख्य सीवर लाइन से जोड़ते हुए सीधे एसटीपी से जोड़ा जा रहा है। जिसके अंतर्गत ग्राम घोडी बछेडा व मथुरापुर के सीवरों को मुख्य सीवर लाइन से जोड़ दिया गया है। 

इसके अतिरिक्त ग्राम घोडी बछेडा और मथुरापुर के सीवेज को एसटीपी से जोड़ दिया गया है। प्राधिकरण ने सेक्टर इकोटेक 3 में निर्मित 20 एमएलडी एसटीपी से रोड पर पानी के छिडक़ाव के लिए शोधित जल टैंकरों में भरने की व्यवस्था शुरू कर दी गयी है। इस एसटीपी से एक समय में एक साथ तीन टैंकरों में शोधित जल भरा जा सकता है। साथ ही ग्रीन बेल्टए पार्क आदि की सिंचाई के लिए पांच किलोमीटर जलापूर्ति की लाइन भी बिछायी जा रही है। जिससे 130 मीटर सडक़ पर विकसित डी पार्क ए कच्ची सडक़ की सेंट्रल वर्ज तथा सेक्टर के अंदर विकसित पार्क की सिंचाई की जा सकती है।
      
सीईओ ने बताया कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में 4 एसटीपी का निर्माण किया जा चुका है। जिसमें से कासना एसटीपी की क्षमता 137 एमएलडी पर लगभग 65 एमएलडी शोधित जल प्रतिदिन मिल रहा है। जिसका प्रयोग निर्माण तथा औद्योगिक ईकाइयों तथा सिंचाई के लिए किया जा रहा है।

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