Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
लद्दाख में गलवान घाटी के पास सोमवार की रात जिस जगह भारत और चीनी सेना के बीच झड़प हुई थी, वहां से चीन पीछे हट गया है। भारतीय सेना भी झड़प वाली जगह से पीछे हटी है। इसकी पुष्टि भारतीय सेना की ओर से की गई है। दूसरी ओर चीन ने बॉर्डर पर घायल हुए अपने सैनिकों को वापस ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली है।
अपुष्ट जानकारी मिल रही है कि सोमवार की रात भारत और चीनी सेना के बीच झड़प में चीन के 43 जवान घायल हुए हैं। कुछ की मौत भी हुई हैं। चीन ने घायल जवानों को बॉर्डर से वापस ले जाने के लिए मंगलवार की शाम हेलीकॉप्टर भेजे थे। चीन के हेलीकॉप्टर बॉर्डर पर सैनिकों को एअरलिफ्ट करते हुए देखे गए हैं। हालांकि अभी तक चीन के विदेश मंत्रालय, सेना अथवा सरकार की ओर से नुकसान के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। दूसरी ओर भारतीय सेना ने पुष्टि की है कि सोमवार की रात एलएसी के पास जिस इलाके में दोनों सेनाओं के बीच झड़प हुई है, वहां से चीनी सेना पीछे हट गई है। भारतीय सेना भी उस जगह से वापस हटी है।
आपको बता दें कि सोमवार की रात गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीन के बीच हुई झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए हैं। इसकी सेना की ओर से पुष्टि की गई है। हालात पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री सहित 5 टॉप मिनिस्टर्स के बीच बैठक हुई है।
भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 15/16 जून की रात जिस जगह संघर्ष हुआ था, वहां से चाइनीज और भारतीय सेना पीछे हट गई हैं। 17 भारतीय सैनिक जो गंभीर रूप से घायल हुए थे, शून्य के आसपास तापमान होने और गंभीर रूप से घायल होने के कारण उनकी मृत्यु हुई है। यह संख्या 20 तक पहुंच गई है। भारतीय सेना राष्ट्रीय एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए अडिग है।