नोएडा में कोरोना वायरस: संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद 3 किमी के दायरे में हर घर को स्कैन किया जाएगा

नोएडा में कोरोना वायरस: संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद 3 किमी के दायरे में हर घर को स्कैन किया जाएगा

नोएडा में कोरोना वायरस: संक्रमित व्यक्ति मिलने के बाद 3 किमी के दायरे में हर घर को स्कैन किया जाएगा

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो

नोएडा में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन कोरोना वायरस से निपटने के लिए व्यापक अभियान चला रहा है। अब प्रशासन ने तय किया है कि कोरोना वायरस से किसी व्यक्ति के संक्रमित मिलने के बाद उसके निवास के 3 किलोमीटर के दायरे में सभी घरों की डोर-टू-डोर जांच की जाएगी। इसके लिए 500 कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है।

जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि 500 कर्मचारी और अधिकारी नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी और जेवर क्षेत्रों के लिए अलग-अलग प्रशिक्षित किए जाएंगे। सभी सरकारी अधिकारियों के अवकाश को अगली सूचना तक रद्द कर दिया गया है। डीएम ने कहा, “आप इस तैयारी को एक चुनाव मोड की तरह समझ सकते हैं। शिक्षक और सरकारी अधिकारी लगे रहेंगे, जैसे ब्लॉक स्तर के अधिकारी हैं। जैसे चुनाव के दौरान यदि अधिक कर्मियों की आवश्यकता होती है तो दूसरे विभागों से लिए जाएंगे।”

गौतमबुद्ध नगर में 2,000 से अधिक आशा और एएनएम कार्यकर्ता और अधिकारियों को प्रारंभिक लक्षणों के लिए स्क्रीन और परीक्षण के लिए बैचों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग भार्गव ने कहा, ''अगर कोई सकारात्मक मामला होता है तो पूरी मशीनरी सक्रिय हो जाएगी और हमारी सारी तैयारी ट्रांसमिशन को रोकने की दिशा में बढ़ जाएगी।"

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा, यदि किसी क्षेत्र से दो से अधिक मामले सामने आते हैं, तो एक नया प्रोटोकॉल अमल में लाया जाएगा। हम पूरे क्षेत्र में सफाई करेंगे, जिसके लिए टीमों का गठन और प्रशिक्षण दिया जा रहा है।" दूसरी ओर निवारक उपाय के रूप में नोएडा प्राधिकरण ने शहर की सारी आरडब्ल्यूए को 31 मार्च तक सामुदायिक केंद्रों के सभी कार्यक्रमों को रद्द करने के लिए कहा है। बाजार क्षेत्रों को भी सैनिटाइज करना शुरू कर दिया है। सेक्टर 18 बाजार को सोमवार को सेनेटाइज कर दिया गया था। डीएम बीएन सिंह ने कहा कि 10,000 से अधिक सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों को स्वच्छता और संदिग्ध मामलों की रिपोर्टिंग के लिए एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के तहत नए नियमों को मानने के लिए बाध्य हैं। 10,000 से अधिक ऐसे मेल भेजे गए हैं और उन पर प्रतिक्रियाएं भी मिल रही हैं।

स्वास्थ्य विभाग सूची से कंपनियों की पहचान करेगा और जहां भी आवश्यक हो कार्यशाला या जागरूकता अभियान चलाएगा।

(हम संक्रमित लोगों के नाम और पते उनकी निजता को दृष्टिगत रखते हुए प्रकाशित नहीं कर रहे हैं। आपसे अनुरोध है कि पैनिक नहीं हों और धैर्य के साथ रहें। अपना और अपने परिवार का बचाव ही आपका सबसे बड़ा योगदान है। tricitytoday.com)

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