Tricity Today | गलगोटिया यूनिवर्सिटी में कोरोना वायरस फीवर की जांच के शिविर लगाया गया
ग्रेटर नोएडा में कोरोरा वायरस को लेकर हर कोई गंभीर है। लोग हर तरह से बचाव के उपाय कर रहे हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए कई स्कूलों ने सबसे पहले कदम उठाते हुए छोटे बच्चों की छुट्टियां कर दी हैं। इसके अलावा स्कूलों ने बच्चों को घुमाने ले जाने वाली ट्रिप रद्द कर दी हैं। वहीं, स्कूल में होने वाले कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया है। एडवाइजरी के अनुसार सभी परीक्षा केंद्रों पर हाथ धोने के इंतजाम और अन्य जानकारी दी जा रही हैं। दूसरी ओर शहर की यूनिवर्सिटी भी ऐहतियातन कदम उठा रही हैं।
डीपीएस स्कूल ने गुरुवार को नर्सरी से लेकर कक्षा एक तक के बच्चों की छुट्टी कर दी है। स्कूल की प्रधानाचार्या डॉ. रेनू चतुर्वेदी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे पहले छोटे बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया गया है। अब होली के बाद छोटे बच्चों के स्कूल खुलेंगे। वहीं, स्कूल में बड़े बच्चों की एक दिन छोड़कर परीक्षा है। सात मार्च को छोटे बच्चों का समारोह स्कूल में होना था, स्थगित कर दिया गया है। जीडी गोयनका स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ. रेनू सहगल ने बताया कि शुक्रवार से होली की छुट्टियों तक छोटे बच्चों का अवकाश घोषित कर दिया गया है।
बच्चों की डेरी फार्म की ट्रिप स्थगित
कोरोना वायरस के खौफ से डेल्टा-3 स्थित मैपल बेयर स्कूल में शुक्रवार से छुट्टी कर दी गई हैं। स्कूल की प्रधानाचार्या प्रज्ञा वर्मा ने बताया कि स्कूल होली के बाद खोले जाएंगे। स्कूल की ओर से बच्चों की ट्रिप एक डेरी फार्म पर जानी थी। कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्थगित किया गया है।
शारदा विवि में 15 दिन बायोमैट्रिक हाजिरी नहीं
शारदा विवि के संयुक्त उप कुलपति अजीत कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी विद्यार्थियों और स्टाफ को कॉलेज आने पर बायोमैट्रिक थंब इंप्रेशन से छूट दी गई है। वहीं, एडमिशन लेने आने वाले विदेशी विद्यार्थियों की पूरी जांच पड़ताल के बाद ही बुलाया जा रहा है।
गलगोटिया यूनिवर्सिटी में कैंप लगाया गया
गलगोटिया यूनिवर्सिटी ने स्वास्थ्य शिविर लगाया। इस शिविर में सभी छात्र-छात्राओं को कोरोना वायरस के बारे में बताया जा रहा है। छात्रों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। छात्रों को मास्क बांटे गए हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने ऐसे छात्रों को अवकाश पर रहने की सलाह दी है कि जो खांसी, जुकाम, बुखार या किसी अन्य संक्रमण से प्रभावित हैं।