Tricity Today | सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते करप्शन फ्री इंडिया संगठन के पदाधिकारी
कोरोना काल में बंद चल रहे सभी प्राइवेट स्कूलों की ऑनलाइन कक्षाओं के नाम पर लूट के खिलाफ करप्शन फ्री इंडिया संगठन के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। संगठन के पदाधिकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर इस समस्या के समाधान की मांग की।
मंगलवार को करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक सदस्य आलोक नागर के नेतृत्व में पदाधिकारी जिला मुख्यालय पहुंचे। संगठन के संस्थापक चौ. प्रवीण भारतीय और आलोक नागर ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश एवं प्रदेश के अधिकतर लोगों की नौकरियां एवं निजी व्यवसाय बंद हो गए हैं। जिस कारण वर्तमान समय में लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। वहीं जिले में स्थित अधिकतर प्राइवेट विद्यालय बच्चों के अभिभावकों पर फीस जमा कराने का दबाव बना रहे हैं। बच्चों के नाम काटने की धमकी दे रहे हैं। ऑनलाइन परीक्षा से बाहर कर बच्चों एवं अभिभावकों का शोषण कर रहे हैं। ऐसा ही एक प्रकरण एक स्कूल द्वारा बच्चों को ऑनलाइन परीक्षा से बाहर किया गया है। बच्चों के अभिभावकों में इस घटना से काफी रोष है।
उन्होंने बताया कि जबकि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग उत्तर प्रदेश द्वारा पत्र के माध्यम से यह कहा गया था कि इस प्रकरण में विद्यालय एवं अभिभावकों की बैठक कर इस गंभीर मुद्दे को तत्काल निपटाया जाए। इस कोरोना काल में लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। संगठन द्वारा यह सुझाव है कि प्राइवेट विद्यालय मालिकों पर सिर्फ और सिर्फ अध्यापकों का खर्च है। बाकी खर्च ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान अभिभावक उठा रहे हैं।
कोर कमेटी सदस्य संजय ने कहा कि संगठन ने पत्र के माध्यम से मांग कि है कि कमेटी गठित कर यह निर्णय किया जाए कि अभिभावकों से सिर्फ पूर्णता फीस ना लेकर सिर्फ और सिर्फ अध्यापकों के खर्च हेतु फीस जमा कराई जाए। यदि 15 दिन में कमेटी का गठन कराकर समस्या का समाधान नहीं होता है तो संगठन आंदोलन को विवश होगा।
इस मौके पर दिनेश नागर, जतन प्रधान, एडवोकेट दीपक भाटी, यतेंद्र कसाना, कृष्ण नागर, राकेश नागर, हरेन्द्र कसाना, जितेंद्र भाटी, कपिल एडवोकेट, एडवोकेट विशाल नागर, गौरव शर्मा,एडवोकेट दिनेश भाटी, अरविंद पहलवान पवन एडवोकेट, नफीस आदि लोग मौजूद रहे।