Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
कोरोना वायरस से बचने के लिए राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में शुक्रवार को नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया। इसमें सभी अस्प्तालों में कफ ओपीडी शुरू करने और संक्रमण से बचने के उपाय बताए गए हैं। बताया गया है कि कफ ओपीडी शुरू होने से कोरोना के संदिग्ध मरीजों का इलाज करने में मदद मिलेगी।
जिम्स में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शुक्रवार को नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में शहर के अस्पतालों के करीब 100 नर्सिंग स्टाफ ने शिरकत की। जूम एप के जरिये नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है। जिम्स के निदेशक डा. (ब्रिगेडियर) राकेश गुप्ता की अगुवाई में यह प्रशिक्षण दिया गया। नर्सिंग स्टाफ को बताया गया कि वह किस तरह से मरीजों का इलाज करते हुए अपने आप को बचाएंगे। इसके अलावा निदेशक गुप्ता ने बताया कि जिम्स में कफ ओपीडी चलती है।
गुप्ता ने कहा कि अन्य अस्प्तालों में कफ ओपीडी शुरू होनी चाहिए। इस ओपीडी से कोरोना के संदिग्ध मरीजों को खोजने में मदद मिलेगी। साथ ही दूसरी बीमारी के मरीजों के लिए ओपीडी चलने में दिक्कत नहीं होगी। यह प्रयोग बहुत बढ़िया है। इससे मरीजों और स्टाफ दोनों को सहूलियत मिलेगी। शुक्रवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 बजे से 5 बजे तक चला। इस दौरान आइसोलेशन वार्ड के प्रभारी डॉ. सौरभ श्रीवास्तव मौजूद रहे।