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कोविड-19 के बचाव के लिए जनपद के सभी विभागों के समस्त स्तरों के कार्यालयों में भी कोविड हैल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। इस संबंध में मंगलवार को डीएम ने दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि प्रदेश सरकार के अधीन में आने वाले सभी सरकारी विभागों के प्रत्येक स्तर के ऐसे कार्यालयों, जहां काफी संख्या में कर्मचारियों एवं जनता का आना-जाना होता हो, वहां पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जाएंगी। कोविड हेल्प डेस्क पर एक कर्मचारी की रोस्टर के आधार पर दो सप्ताह के लिए तैनाती की जाएगी। दो सप्ताह की अवधि पूर्ण होने पर दूसरे कर्मचारी को तैनात किया जाएगा। हेल्प डेस्क पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारियों को कोविड-19 के लिए सभी जानकारी दी जाएंगी। कोविड हेल्प डेस्क पर तैनात कर्मचारी के द्वारा नियमित रूप से मास्क एवं ग्लब्स पहना जाएगा तथा आगंतुकों से सम्पर्क करते समय न्यूनतम 2 गज की दूरी बनाए रखने की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कोविड हेल्प डेस्क पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर एवं पल्स आक्सीमीटर की उपलब्धता भी की जाएगी। ऑक्सीजन सैचुरेशन की जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर की भी व्यवस्था की जाएगी। सुनिश्चित किया जाएगा। डेक्स पर तैनात होने वाले कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है। कोविड हेल्प डेस्क के द्वारा सभी कर्मचारियों को आरोग्य-सेतु एप डाउनलोड करने एवं इसका सक्रिय उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। कोविड हेल्प डेस्क द्वारा स्क्रीनिंग के दौरान चिन्हित खांसी, बुखार, सांस लेने में परेशानी, गले में खराश से पीड़ित व्यक्तियों की सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग के राज्य टोल फ्री नम्बर 1800 180 5145 या जनपदीय नियंत्रण कक्ष को दी जाएगी।