Tricity Today | गजेंद्र सिंह
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। एसटीएफ ने नोएडा में सेक्टर-20 से दाऊद इब्राहिम गैंग (डी कंपनी) के गैंगस्टर अबू सलेम का गुर्गा गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने नोएडा के मोरना गांव का रहने वाला गजेंद्र सिंह गिरफ्तार किया है। जिससे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। यूपी एसटीएफ को जानकारी मिली है कि गजेंद्र डी कंपनी का पैसा नोएडा के रियल एस्टेट में लगा रहा था।
गजेंद्र मूल रूप से नोएडा सेक्टर-35 के मोरना गांव का रहने वाला है। वह पिछले करीब 15 वर्षों से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। उसकी रिश्तेदारी गौतम बुध नगर के सबसे बड़े गैंगस्टर सुंदर भाटी से भी है। डी कम्पनी के गैंगस्टर अबू सलेम, अबू जैश, जफर सुपारी और खान मुबारक से गजेंद्र के कारोबारी और आपराधिक ताल्लुकात हैं। गिरफ्तारी के बाद यूपी एसटीएफ ने गजेंद्र से लंबी पूछताछ की है। जिसमें उसने सबसे चौंकाने वाली जानकारी यह दी है कि वह डी कंपनी के लिए नोएडा समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर में काम कर रहा था।
गजेंद्र सिंह का मुख्य काम डी कम्पनी के पैसे को रियल स्टेट में खपाना है। यह जानकारी सामने आने के बाद पुलिस और एसटीएफ के कान खड़े हो गए हैं। यूपी एसटीएफ गजेंद्र से मिले इनपुट पर छानबीन कर रही है। उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। एसटीएफ और पुलिस मिलकर पता लगा रहे हैं कि उसने डी कंपनी का पैसा किस-किस बिल्डर की परियोजनाओं में लगाया है। इसके बाद पुलिस और एसटीएफ उन बिल्डरों की कुंडली खंगालेंगे।
कई घोटालों का पैसा भी नोएडा के रियल एस्टेट में लगाया गया
अब तक नोएडा के रियल एस्टेट में घोटालों और छोटे-मोटे अपराधियों का पैसा लगा होने की तमाम सूचनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब देश के सबसे कुख्यात गैंगस्टर्स की डी कंपनी का पैसा शहर के रियल एस्टेट में लगा होने की जानकारी सामने आई है। पिछले दिनों सीबीआई और ईडी ने नोएडा और गाजियाबाद में छापेमारी की थी। दोनों शहरों में बिल्डरों की ग्रुप हाउसिंग परियोजनाओं में बिहार के शारदा घोटाले का पैसा लगा होने की जानकारी मिली थी। ईडी ने नोएडा और गाजियाबाद में करीब 50 संपत्तियां जब्त की हैं।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की संपत्ति भी नोएडा में जब्त की गई थी। उन्होंने झारखंड में खनन घोटाले को अंजाम देकर जो पैसा अर्जित किया था, वह नोएडा में संपत्ति खरीदकर लगाया गया था। मधु कोड़ा पर झारखंड का मुख्यमंत्री रहते हुए खनन घोटाले के आरोप लगे थे। अरबों रुपये के उस खनन घोटाले की जांच के लिए सीबीआई ने उन पर एफआईआर दर्ज की थी। बाद में उन्हें घोटाले का दोषी करार देते हुए सजा भी हुई थी।