Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
नोएडा के सेक्टर-49 कोतवाली क्षेत्र के गांव में रहने वाली दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या करने का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि गांव के ही दो युवक और एक युवती उसको मथुरा ले गए। जहां पर दोनों युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या कर दी। जिसके बाद युवती को जेवर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे जीटीबी अस्पताल दिल्ली रेफर कर दिया गया था। रविवार सुबह जीटीबी अस्पताल में युवती की मौत हो गई। वहीं, सेक्टर-49 कोतवाली पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि, पुलिस इसे एक दुर्घटना बता रही है। दोनों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
युवती के पिता ने बताया कि उनकी 20 वर्षीय बेटी इग्नू से स्नातक है और नोएडा की सेक्टर-68 स्थित कंपनी में काम करती है। शनिवार की सुबह नौ बजे रोज की तरह वह ऑफिस के लिए निकली थी। रात को दीया नामक एक युवती ने उन्हें फोन करके जानकारी दी कि उनकी बेटी सड़क हादसे में घायल हो गई है। वह जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती है।
पिता का आरोप है कि अस्पताल जाकर जब बेटी की हालत देखी तो कहीं से भी सड़क हादसे में घायल नहीं लग रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी बेटी के साथ श्याम और सचिन नाम के युवकों ने दुष्कर्म किया और उसकी बुरी तरह पिटाई करके हत्या कर दी है।
इस मामले में डीसीपी प्रथम जोन संकल्प शर्मा और डीसीपी क्राइम वृंदा शुक्ला ने बताया कि 17 जनवरी को मृतका अपनी सहेली दीया और दो युवकों सचिन और श्याम के साथ बाइक से मथुरा घूमने गई थी। देर रात मथुरा के नौझील इलाके में यमुना एक्सप्रेस वे पर चारों लोग रुके थे। तभी तेज रफ्तार कार ने पीड़िता को कुचल दिया। उसे जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से जीटीबी अस्पताल दिल्ली रेफर कर दिया गया था। वहां रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई है।
डीसीपी ने बताया कि मृतका के परिजनों की तहरीर पर हत्या और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, पुलिस प्राथमिक जांच में इसे सड़क हादसे में मौत होना मान रही है। दुष्कर्म के आरोप को लेकर पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस बारे में पता चलेगा। डीसीपी का कहना है कि प्राथमिक जांच के दौरान मृतका का इलाज करने वाले चिकित्सकों से बात हुई है। इससे दुर्घटना की बात लग रही है।
रविवार की सुबह युवती की मौत होने के बाद काफी संख्या में परिजन और गांव के लोग कोतवाली सेक्टर-49 पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस पहले टालमटोल करने लगी तो परिजनों ने थाने के अंदर हंगामा कर दिया। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद परिजन शांत हुए। जब मामला मीडिया तक पहुंचा तो शाम को सेक्टर-6 में डीसीपी प्रथम जोन संकल्प शर्मा और डीसीपी क्राइम वृंदा शुक्ला ने प्रेस कॉंफ्रेंस की। पुलिस दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
डीसीपी ने पीड़ित के पिता का नाम लिया
सेक्टर-6 में प्रेस कॉंफ्रेंस के दौरान इस संवेदनशील मामले में असंवेदनशीलता दिखाई दी। प्रेस कॉंफ्रेंस के दौरान डीसीपी संकल्प शर्मा ने पीड़िता के पिता का नाम ले लिया। इससे युवती की पहचान उजागर हो गई। जबकि, दुष्कर्म के मामले में पीड़िता की पहचान छिपाए रखने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश है।