Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
दक्षिण दिल्ली के एक नामी स्कूल के 15 वर्षीय लड़के को बोइस लॉकर रूम नाम के इंस्टाग्राम ग्रुप चैट के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने हिरासत में ले लिया है। इस समूह के सदस्य लड़के और किशोर, महिलाओं व स्कूली छात्राओं के साथ अश्लील तस्वीरें साझा करते हुए बलात्कार करने पर चर्चा करते थे।
पुलिस ने लगभग 22 छात्रों की पहचान की है, जो इस कुख्यात समूह का हिस्सा थे। इस चैट ग्रुप ने सोशल मीडिया पर व्यापक नाराजगी को जन्म दिया है। पुलिस का कहना है कि लड़कों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। इनमें अधिकांश स्कूल जाने वाले बच्चे हैं, कुछ कॉलेज के छात्र हैं।
दिल्ली पुलिस ने इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 465 (जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को वास्तविक रूप में उपयोग करना), 469 (प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचने के लिए जालसाजी), 509 (अश्लील शब्द, इशारा) के मुकदमा दर्ज किया है। एफआईआर में धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील सामग्री का प्रकाशन या प्रसारण) और आईटीए अधिनियम की 67A (इलेक्ट्रॉनिक रूप में यौन स्पष्ट कार्य वाली सामग्री का प्रकाशन या प्रसारण) भी शामिल हैं।
समूह के सदस्यों के बीच साझा की जा रही भद्दी गालियों और छवियों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर साझा किए गए हैं। जिसके जरिए युवा लड़कों ने कम उम्र की महिलाओं के साथ बलात्कार की चर्चा की। इस घटना का संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस की साइबर सेल कार्रवाई में जुट गई। ग्रुप चैट के खिलाफ एक शिकायत दिल्ली के एक निजी स्कूल के प्रशासन द्वारा भी दर्ज की गई थी।
घटना की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दक्षिण दिल्ली के तीन प्रमुख स्कूलों के छात्र इंस्टाग्राम ग्रुप चैट का हिस्सा थे। चैट में महिलाओं और उनके शरीर के चित्र, अपमानजनक और अभद्र टिप्पणियां थीं।