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कोरोना वायरस के साथ अब डेंगू और मलेरिया भी खतरा बढ़ रहा है। शारदा अस्पताल में तीन मरीजों को कोरोना के साथ डेंगू और चार मरीजों को मलेरिया है। डॉक्टरों का कहना है कि यह खतरनाक है। ऐसे में बुखार से पीड़ित मरीजों को कोविड के साथ-साथ डेंगू व मलेरिया की भी जांच करानी चाहिए। इससे समय पर इलाज हो सकेगा।
शारदा अस्तपाल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के डॉ. भूमेश त्यागी ने बताया कि उनके यहां कोविड और डेंगू से पीड़ित तीन मरीज़ों की पुष्टि हुई है। इन लोगों को सात-आठ दिन से बुखार था। गले में खरास, कमजोरी और भूख नहीं लगने की शिकायत थी। इनकी कोविड जांच की गई, जो पॉजिटिव आई। कुछ दिन बाद इनके प्लेटलेट्स कम होने लगे। शरीर पर चकत्ते पड़ने लगे। इसके बाद डेंगू की जांच कराई, तो वह पॉजिटिव निकली। इसमें से अभी दो मरीजों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा चार मरीज़ों में मलेरिया के लक्षण भी पाए गए। 7 से 8 दिनों के उपचार के बाद सभी को इलाज के बाद घर भेज दिया गया। इनमें ज्यादातर हार्ट, बीपी और शुगर से पीड़ित हैं। इन सभी मरीज़ों की उम्र 50 से 60 के बीच है।
दो वायरस का एक्टिव होना खतरनाक
अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. आशुतोष निरंजन ने बताया कि इन सभी की बीमारी समय पर पकड़ ली गई है। इससे ज्यादा परेशानी नहीं हुई। डॉक्टर को दिखाने या इलाज में देरी पर यह खतरनाक भी हो सकता है। एक साथ बॉडी में दो वायरस एक्टिव होने से दोनों अलग अलग अटैक करते हैं। ऐसे मरीज़ों के इलाज के लिए एक्सपर्ट डॉक्टरों की स्पेशल टीम है।
डॉ. निरंजन ने कहा कि यह समय डेंगू और मलेरिया का भी है, इसलिए बुखार आने पर इनकी जांच जरूरी है। अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। अगर बुखार आ रहा है तो कोविड जांच के साथ डेंगू-मलेरिया की भी जांच कराई जानी चाहिए।