दीवाली की बंदनवार, स्वस्तिक चिन्ह और लक्ष्मी चरण के साथ आज से तीन दिन तक करें छोटा सा यह काम, बदल जाएगी किस्मत

दीवाली की बंदनवार, स्वस्तिक चिन्ह और लक्ष्मी चरण के साथ आज से तीन दिन तक करें छोटा सा यह काम, बदल जाएगी किस्मत

दीवाली की बंदनवार, स्वस्तिक चिन्ह और लक्ष्मी चरण के साथ आज से तीन दिन तक करें छोटा सा यह काम, बदल जाएगी किस्मत

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

- दीपावली के दौरान घरों में लगाए गए बंदनवार से भी जुड़ा है किस्मत कनेक्शनganga- कार्तिक पूर्णिमा के दिन से करें उपाय तो घर में लक्ष्मी आने की बाधाएं होती है दूर

दीपावली पर्व पर बहुत से ऐसे लोग हैं, जो अपने घरों में बंदनवार लगाकर लक्ष्मी के आगमन की प्रतीक्षा करते हैं। इसके अलावा पूजन के दौरान घरों में लगाए जाने वाले स्वास्तिक चिन्ह और लक्ष्मी जी के पैर की भी कार्तिक पूर्णिमा तक देखभाल करने की बेहद जरूरत होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लक्ष्मी के आगमन के लिए किए जाने वाले इन उपायों की सही देखरेख ना हो तो यही उपाय विपरीत असर दिखाने लगते हैं।

ज्योतिषाचार्य और वास्तु शास्त्री पंडित कुलदीप शास्त्री ने जानकारी दी कि दीपावली की रात को विशेष तंत्र साधना के लिए भी महत्वपूर्ण रात मानते हैं। इसी को देखते हुए आम परिवार के लोग भी लक्ष्मी आगमन के लिए घरों में बंदनवार, स्वास्तिक चिन्ह सहित अन्य उपाय लक्ष्मी आगमन के लिए करते हैं। अक्सर ऐसा देखा गया है कि दीपावली बीत जाने के बाद लक्ष्मी आगमन के लिए किए जाने वाले यह सभी उपाय घर के सजावटी सामान की तरह देखे जाते हैं। वास्तु शास्त्र की माने जाए तो घर में खुशियों के लिए किए जाने वाले सभी उपायों के पूरे किए जाने के दिन निश्चित होते हैं। ऐसी स्थिति में दीपावली के दिन किए जाने वाले सभी उपाय किसी भी सूरत में कार्तिक पूर्णिमा के दिन से समाप्त किए जाते हैं। इस स्थिति में आम लोगों को यह करना चाहिए कि दीपावली के दिन घर में लगाए गए बंदनवार, स्वास्तिक चिन्ह और लक्ष्मी जी के पैर सहित अन्य सामग्रियों को कार्तिक पूर्णिमा के 4 दिन बाद तक हटा देना चाहिए।

अनादर से रूठती हैं लक्ष्मी

घरों में दीपावली वाले दिन लक्ष्मी आगमन के लिए लगाए गए सभी सामग्रियों का कार्तिक पूर्णिमा तक विधिवत पूजन होना चाहिए। ज्यादातर घरों में दीपावली के बाद यह सभी सामग्रियां सजावटी सामान बन कर रह जाते हैं और परिवारों की ओर से इन चिन्हों और वस्तुओं का पूजा नहीं होती। ऐसे में लक्ष्मी माता के रुष्ट होने का भी खतरा बना रहता है।

पांच फीट का रखें ख्याल

कार्तिक पूर्णिमा से 4 से 5 दिन के भीतर घर में लगे बंदनवार को पूजन कर हटाया जाना चाहिए। इसके अलावा यदि घर की दीवारों में स्वास्तिक चिन्ह लगा है तो 5 फ़ीट ऊपर लगे स्वास्तिक चिन्ह को वर्ष भर लगा रहते हुए पूजन करना चाहिए। स्वास्तिक चिन्ह या शुभ लाभ को वर्ष भर पूजा जा सकता है। इसके अलावा दीपावली पर्व पर यदि लक्ष्मी जी के पैरों को घर या आंगन में जमीन पर लगाया गया है तो उसे भी हटाया जाना जरूरी है।

विवाह का बंदनवार 13 माह तक

दीपावली का बंदनवार कार्तिक पूर्णिमा के 4 दिन बाद और यदि विवाह के दौरान घर में बंदनवार लगाया गया है तो उसे 13 माह तक लगा रहने देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि विवाह के दौरान घर में आई नई सदस्य को घर में समायोजित होने में 13 महीने का समय लगता है। ऐसी स्थिति में वैवाहिक स्त्री को विवाह के दौरान लगे हुए बंदनवार की विद्वत सफाई और पूजन किया जाना घर में लक्ष्मी आगमन का प्रतीक माना जाता है।

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