Tricity Today | Dr Suhail Chishti and Riyaz
कोविड-19 की लड़ाई में जुटे मेडिकल स्टाफ ने मरीजों की सेवा के आगे त्योहार को भी पीछे कर दिया। मुस्लिम समुदाय के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने सोमवार को मरीजों की सेवा करके ईद मनाई। ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में कार्यरत मुस्लिम समुदाय के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने सोमवार को ईद के मौके पर एक शानदार मिसाल कायम की है।
मरीजों के इलाज में जुटे डॉ. सुहेल चिश्ती ने कहा कि महामारी में मरीजों की सेवा ही ईद है। ईद मनाने से अधिक जरूरी है कि मरीजों को जल्द से जल्द ठीक करके घर भेजा जाए। कोविड-19 की लड़ाई में मेडिकल स्टाफ दिन-रात काम कर रहा है। शारदा अस्पताल के कोविड वार्ड में मुस्लिम समुदाय से जुड़े डॉक्टर व टेक्नीशियन ईद के दिन भी अपनी सेवाओं को जारी रखा। शारदा अस्पताल में कोविड-19 से जुड़े कंट्रोल रूम को संभाल रहे डॉ. सुहेल चिश्ती ने कहा कि मरीजों को जल्द ठीक करना ही उनके लिए सबसे बड़ी ईद है।
डॉ. चिश्ती ही कोरोना मरीजों से सीधे बात करते हैं। उनकी समस्याओं को जानते हैं। मरीजों की समस्याओं का तुरंत समाधान भी करते हैं। उन्होंने कहा कि हर साल ईद मनाते हैं। लेकिन इस बार महामारी के चलते कोरोना मरीजों को ठीक करने में लगे हैं। उनके लिए सबसे बड़ी ईदी यही है कि वह मरीज जल्द ठीक होकर घर पहुंच जाएं।
टेक्नीशियन रेयाज ने मरीजों के लिए सैंपल
शारदा अस्पताल में कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल लेने का काम टेक्नीशियन मोहम्मद रेयाज आलम कर रहे हैं। ईद के दिन भी वह अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे। रेयाज ने कहा कि वह हर साल अपने परिजनों के साथ ईद मनाते हैं। लेकिन इस बार कोरोना मरीजों की सेवा में लगे हैं। मरीज जल्द ठीक होकर अपने घर पहुंचे, यही उनके लिए ईदी है। कोरोना मरीजों का सैंपल लेने में पहले थोड़ी झिझक होती थी, लेकिन अब रोजाना सैंपलिंग का काम कर रहे हैं। ईद के दिन भी मरीजों के सैंपल लिए। यह काम प्रशिक्षित कर्मचारी ही कर सकता है। इसलिए अप्रशिक्षित कर्मचारियों को यहां नहीं लगाया जा सकता है।
वार्ड में पढ़ी नमाज, सिवईं भी मिलीं
शारदा अस्पताल के वार्ड में मुस्लिम समुदाय के लोग भी भर्ती हैं। सोमवार को वार्ड में ही ईद की नमाज अता की। अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. अजित कुमार ने बताया कि ईद के दिन सेवईं का इंतजाम किया गया। डायटीशियन ने जिन मरीजों को सिवईं देने के लिए कहा, उनके सिवईं दी गई। त्योहार को लेकर अस्पताल की ओर से यह इंतजाम किया गया। अस्प्ताल प्रबंधन का प्रयास रहता है कि मरीजों की उचित देखभाल हो और उन्हें किसी तरह की दिक्कत ना हो।