BIG BREAKING : जेवर एयरपोर्ट के लिए 7 अक्टूबर को होगा अनुबंध, अरुणवीर सिंह करेंगे दस्तखत, ये दो बड़े आईएएस बनेंगे गवाह

BIG BREAKING : जेवर एयरपोर्ट के लिए 7 अक्टूबर को होगा अनुबंध, अरुणवीर सिंह करेंगे दस्तखत, ये दो बड़े आईएएस बनेंगे गवाह

BIG BREAKING : जेवर एयरपोर्ट के लिए 7 अक्टूबर को होगा अनुबंध, अरुणवीर सिंह करेंगे दस्तखत, ये दो बड़े आईएएस बनेंगे गवाह

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी खबर है। हवाई अड्डे की विकासकर्ता कंपनी ज़्यूरिख़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के बीच 7 अक्टूबर को अनुबंध होगा। कोरोना महामारी के चलते कई बार अनुबंध की तिथि बढ़ाई जा चुकी है। यह अनुबंध लखनऊ या यमुना प्राधिकरण के दफ्तर में किया जाएगा। इस पर फैसला एक-दो दिन में हो जाएगा। इस अनुबंध पर नियाल के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह दस्तखत करेंगे। नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु महेश्वरी और यूपी नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह बतौर गवाह दस्तखत करेंगे।

जेवर एयरपोर्ट के लिए नियाल ने बीते साल 29 नवंबर को विकासकर्ता कंपनी का चयन कर लिया था। पीपीपी मॉडल पर बनने वाले इस एयरपोर्ट को बनाने की जिम्मेदारी स्विट्जरलैंड की कंपनी ज़्यूरिख़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को मिली है। कोरोना महामारी के चलते कंपनी के प्रतिनिधि कंसेशन एग्रीमेंट पर दस्तखत करने के लिए भारत नहीं आ पा रहे थे। अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद होने के कारण यह दिक्कत आ रही थी। इसके चलते इसकी तिथि तीन बार बढ़ाई जा चुकी है। अब अनुबंध की तारीख तय हो गई है। स्विस कंपनी ने भारत में यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई है। कंसेशन एग्रीमेंट पर यही कंपनी दस्तखत करेगी। 

यह कंपनी 7 अक्टूबर को नियाल के बीच अनुबंध करेगी। इसके बाद एयरपोर्ट के शिलान्यास की तारीख तय हो जाएगी। बताया जाता है कि करार दौरान के नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी और नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक सुरेंद्र सिंह बतौर गवाह मौजूद रहेंगे। जब इस बारे में नियाल के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर को करार होने की तिथि तय की गई है।

स्विस कंपनी ने लगाई थी सबसे बड़ी बोली

ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी ने 400.97 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव दिया, जबकि अडानी इंटरप्राइजेस लिमिटेड ने 360 रुपये, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने 351 रुपये और एनकोर्ज इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट होल्डिंग लिमिटेड ने 205 रुपये प्रति यात्री राजस्व देने का प्रस्ताव किया।

जानिए परियोजना पर कब क्या हुआ

  • 6 जुलाई 2017- हवाई अड्डे के लिए निर्माण साइट की अनुमति मिली।
  • 5 अक्टूबर 2017- गृह मंत्रालय ने एनओसी दी।
  • 6 नवंबर 2017- गृह मंत्रालय के इमीग्रेशन की एनओसी दी।
  • 29 दिसंबर 2017- यमुना प्राधिकरण ने सलाहकार कंपनी का चयन किया।
  • 11 जनवरी 2018- रक्षा मंत्रालय ने एनओसी दी।
  • 15 अप्रैल 2018- सलाहकार कंपनी ने टीईएफआर सौंप दी।
  • 23 अप्रैल 2018- नागर विमानन मंत्रालय ने  सैद्धांतिक मंजूरी दी
  • 29 नवंबर 2019- टेंडर खुला, ज्यूरिख कंपनी ने सबसे ज्यादा बोली लगाई

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