ग्रेटर नोएडा: जच्चा-बच्चा की मौत के बाद भी अस्पताल ने इलाज के नाम पर ऐंठे रुपये, जानिए पूरा मामला

ग्रेटर नोएडा: जच्चा-बच्चा की मौत के बाद भी अस्पताल ने इलाज के नाम पर ऐंठे रुपये, जानिए पूरा मामला

ग्रेटर नोएडा: जच्चा-बच्चा की मौत के बाद भी अस्पताल ने इलाज के नाम पर ऐंठे रुपये, जानिए पूरा मामला

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने बुधवार को रबूपुरा के एक प्राइवेट अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। डिलीवरी कराने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने दोनों की मौत के लिए अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें कार्रवाई का आस्वासन देकर शांत कराया।

गांव तीर्थली निवासी दिलदार अपनी गर्भवती पत्नी नसीम बानो को डिलीवरी का दर्द होने पर सोमवार को रबूपुरा के सरकारी अस्पताल लेकर गया था। वहां उसे कोई कर्मचारी नहीं मिला तो वह पत्नी को लेकर एसपी अस्पताल नामक प्राइवेट अस्पताल में लेकर पहुंचा। आरोप है कि वहां अस्पताल संचालक ने उसे 25 हजार रुपए डिलीवरी चार्ज बताते हुए पत्नी को भर्ती करने के लिए कहा। दिलदार ने 9 हजार एडवांस देकर पत्नी को अस्पताल में भर्ती करा दिया। शाम को करीब पांच बजे पत्नी की डिलीवरी हुई। 

डॉक्टरों ने दिलदार को बताया कि उसकी पत्नी ने मरी हुई लड़की को जन्म दिया है। उसकी पत्नी पूरी तरह ठीक है। दिलदार का आरोप है कि जब उसने पत्नी से मिलने की कोशिश की तो उसे मिलने नहीं दिया गया और चिंतित न होने का भरोसा देते हुए बाकी के पैसे जमा कराने को कहा गया। उसके बाद वह मृतक नवजात का अंतिम संस्कार करने गांव चला गया। अगले दिन सुबह डॉक्टरों ने उससे कहा कि जच्चा नसीम बानो की भी मौत हो गई है। दिलदार व उसके परिजनों को जैसे ही इसका पता चला उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। 

ग्रामीणों ने जच्चा व बच्चा की मौत के लिए अस्पताल कर्मियों को जिम्मेदार ठहराते हुए गुमराह करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डिलीवरी के दौरान अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के चलते जच्चा व बच्चा दोनों की सोमवार को ही मौत हो गई थी। जबकि अस्पताल कर्मी पैसे ऐंठने के लिए उन्हें घण्टों गुमराह करते रहे। अस्पताल के बाहर काफी देर तक ग्रामीण हंगामा करते रहे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया तब जाकर लोग शांत हुए। पीड़ित दिलदार ने अस्पताल पर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर सोंपी है।

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