गौतम बुद्ध नगर में लूटपाट करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश

गौतम बुद्ध नगर में लूटपाट करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश

गौतम बुद्ध नगर में लूटपाट करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश

Tricity Today | गौतम बुद्ध नगर में लूटपाट करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश

दादरी कोतवाली पुलिस ने जिले में लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया है। जबकि दो बदमाश पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। यह बदमाश एटा से आकर यहां वारदात करते थे। पुलिस ने लुटेरों के पास से एक लूटी गई कार, नकदी और अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस से बचने के लिए फर्जी आईडी लगाकर होटल में ठहरते थे।
 
डीसीपी जोन-3 राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए लुटेरों की  पहचान विपिन कुमार रेवती कालोनी सूरजपुर गौतमबुद्धनगर, ब्रिजेश कुमार निवासी वैध जी फार्म हाऊस सूरजपुर गौतमबुद्धनगर, दुष्यन्त यादव निवासी दिनेश नगर कोतवाली नगर जिला एटा के रूप हुई है। जबकि इनके दो साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। पकड़े गए लुटेरों ने दो दिन पूर्व दादरी कोतवाली क्षेत्र एक कार लूट की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने इनके पास से लूटी गई कार बरामद कर ली है। इसके अलावा भी लुटेरे दिल्ली-एनसीआर में लूटपाट की वारदात कर चुके हैं। 

दो लुटेरों पर 15-15 हजार के इनाम
दादरी कोतवाली प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश ब्रिजेश व दुष्यन्त पर वर्तमान में 15-15 हजार का इनाम जनपत एटा से घोषित है। दुष्यन्त पर पूर्व में भी एटा से दस हजार का इनाम घोषित हुआ था। पुलिस इनकी तलाश में जुटी थी। दुष्यंत पर 18 और विपिन पर आठ मुकदमे दर्ज हैं। 


डीसीपी ने बताया कि पकड़े गए दो शातिर लुटेरों का लंबा अपराधिक इतिहास है। जिनमें एक लुटेरे दुष्यंत के खिलाफ एटा और गौतमबुद्धनगर के विभिन्न थानों में लूट, चोरी और जानलेवा हमले के 18 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं बदमाश विपिन के खिलाफ भी विभिन्न थानों में आठ मुकदमे दर्ज हैं। दोनों शातिर बदमाश है। बदमाश दुष्यन्त व ब्रिजेश ने अपने सह अभियुक्तगण के साथ पूर्व में एटा में एक रेस्टोरेंट में ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। जिसमें इनमें गैंग के पांच बदमाश गिरफ्तार हुए थे। 

पुलिस ने बताया कि यह गैंग काफी शातिर है। यह एटा से आकर नोएडा में लूटपाट करते थे। दरसल, लूटपाट करने के लिए वह पहले रेकी करते थे। इसके लिए यह होटल में फर्जी आईडी लगाकर ठहरते थे। जिससे वह पकड़ न जा सकें। पुलिस को चकमा देने के लिए वह फर्जी आईडी का इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने इनके पास से कुछ फर्जी आईडी भी बरामद की है। 

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.