Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
नोएडा में एक नामचीन डॉक्टर की कोरोना वायरस के कारण मौत हो गई है। वह नोएडा के सेक्टर-62 स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में करीब 3 सप्ताह से भर्ती थे। रविवार को उनकी मौत हो गई है। अस्पताल ने करीब 14 लाख रुपे का बिल बनाया है। जिस पर परिवार के लोगों ने आपत्ति जाहिर की है। दूसरी ओर इस पूरे मामले में अभी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
नोएडा के सेक्टर-62 के निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमित डाक्टर की रविवार को मौत हो गई। वह नोएडा के सेक्टर-11 में अपनी प्राइवेट क्लीनिक चलाते थे। वे इससे पहले शहर के कई बड़े प्राइवेट अस्पतालों में बतौर प्रैक्टिशनर काम करते रहे हैं। वे शहर के खासे मशहूर डॉक्टरों में शुमार थे।
परिवार की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 7 जून को परेशानी महसूस होने के बाद उनका कोरोना वायरस टेस्ट करवाया गया था, जो पॉजिटिव आया था। इसके बाद उन्हें नोएडा के सेक्टर-62 स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया था। तब से उनका वहां उपचार चल रहा था। परिवार के लोगों का कहना है कि उनकी हालत में सुधार होने की बजाय लगातार बिगड़ती गई। डॉक्टर की उम्र केवल 50 वर्ष थी। इसके बावजूद वे रिकवर नहीं कर पाए।
डॉक्टर की कोरोना संक्रमण के कारण मौत की जानकारी मिलने के बाद शहर के लोग गमजदा हैं। बड़ी संख्या में लोगों ने सोशल मीडिया पर उनके बारे में लिखा है। लोगों का कहना है कि वह बहुत ही शानदार डॉक्टर थे। शहर के कई प्राइवेट अस्पतालों में वह काम कर चुके थे। उन्हें मरीज बहुत ज्यादा पसंद किया करते थे। करीब 25 साल पहले एमबीबीएस करने के बाद वह नोएडा आकर बस गए थे। पिछले 25 वर्षों से नोएडा में ही अस्पताल और अपनी प्राइवेट क्लीनिक में काम कर रहे थे।