Google Image | किसानों ने केंद्रीय कृषि मंत्री की चिट्ठी जलाकर विरोध जाहिर किया।
केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 19 दिन से नोएडा में चिल्ला गेट बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने शनिवार की देर शाम केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की चिट्ठी जलाकर विरोध जाहिर किया है। किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात किए जा रहे हैं और कृषि मंत्री खुली चिट्ठी लिख रहे हैं, लेकिन किसानों की समस्या सुनने और उनका समाधान तलाश करने की दोनों में से किसी को भी फुर्सत नहीं है। किसानों का कहना है कि चाहे 6 महीने धरना देना पड़े लेकिन जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, यह आंदोलन जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन (भानू ) के पदाधिकारी एवं किसान शनिवार को भी चिल्ला रेगुलेटर बॉर्डर पर सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे रहे। किसानों ने साफ कहा कि जब तक कृषि बिल वापस नहीं होगा तब तक धरना जारी रहेगा। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि धरना स्थल पर विभिन्न जिलों के किसान आने शुरू हो गए हैं। एटा के किसान भी धरना स्थल पर पहुंच चुके हैं। सभी किसान मिल कर आगे की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। सरकार जानबूझ कर किसानों की मांग को पूरा नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस किसानों को बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने दे रही है। सरकार किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हर तरीका इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान और यूनियन के पदाधिकारी सरकार की कार्रवाई से बिलकुल नहीं डरेंगे। इस अवसर पर यूनियन के पदाधिकारी देवेंद्र उर्फ बंटी भैया, डॉक्टर अरुण शर्मा, राजीव नागर, राजकुमार नागर, सुरेश शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।