रानी नागर के पक्ष में खड़े हुए किसान, भाजपा नेताओं को दी चेतावनी

रानी नागर के पक्ष में खड़े हुए किसान, भाजपा नेताओं को दी चेतावनी

रानी नागर के पक्ष में खड़े हुए किसान, भाजपा नेताओं को दी चेतावनी

Tricity Today | IAS Rani Nagar

अखिल भारतीय किसान सभा गौतम बुद्ध नगर की कार्यकारणी की बैठक बुधवार को वीडियो कांनफ्रेंस के माध्यम से हुई। बैठक में रानी नागर के इस्तीफे के एजेंडे पर विचार किया गया। किसान सभा के जिला संयोजक वीर सिंह नागर ने बताया कि रानी नागर मेरे ही गांव बादलपुर की निवासी हैं। जानकारी करने पर पता चला है कि रानी नागर का सीनियर अधिकारी काफी दिनों से उत्पीड़न कर रहे हैं। उसने कई बार पहले भी इस्तीफे की बात कही थी। परंतु, अभी हालात इतने खतरनाक हो गए थे कि सीनियर अधिकारियों से उसे जान का खतरा पैदा हो गया था। यही वजह है कि उसे मजबूरन इस्तीफा देना पड़ा।

किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने कहा, आईएएस बनना अपने आप में एक बड़ा सपना है। लिंग और जाति आधारित भेदभाव से भरे समाज में किसी लड़की के लिए यह सपना पूरा करना और भी मुश्किल है। साधारण परिवार से होने के बावजूद रानी नागर ने न केवल अपना सपना पूरा किया बल्कि पूरे पिछड़े समाज को गौरवान्वित किया है। पिछड़ी जाति के तमाम नेता बीजेपी में बड़ी संख्या में बड़े पदों पर हैं। कई नेता केंद्र सरकार में मंत्री और सांसद हैं। नेताओं को इस मामले में गंभीरता से पहल करते हुए रानी नागर को उत्पीड़न से सुरक्षा दिलवानी थी। सरकार से हस्तक्षेप करके प्रकरण में निष्पक्ष जांच कराने की मांग करनी चाहिए थी। यही नेता चुनाव के वक्त अपने आप को पिछड़ी जाति का सबसे बड़ा रहनुमा बताते हैं। इस प्रकरण में इन नेताओं ने न तो कोई बयान ही दिया न ही रानी नागर को बुनियादी न्याय दिलाने का प्रयास किया है।

उन्होंने कहा, अखिल भारतीय किसान सभा इन नेताओं की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाती है। नेताओं से मांग करती है कि वे तुरंत हस्तक्षेप करें। हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री से मिलकर रानी नागर के इस्तीफे को नामंजूर करवाएं। उत्पीड़नकारी अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने की मांग करें। अखिल भारतीय किसान सभा के जिला महासचिव हरेंद्र खारी ने कहा कि समाज के भारतीय जनता पार्टी में शामिल सभी बड़े नेताओं का एक भी बयान मीडिया में नहीं आया है। जो इस बात की तस्दीक करता है कि यह नेता समाज के हित को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं। इस प्रकरण ने इन नेताओं की पोल खोल दी है। अखिल भारतीय किसान सभा इन नेताओं से मांग करती है कि वे गंभीरता और शिद्दत से रानी नागर को न केवल सुरक्षा बल्कि उत्पीड़नकारी अधिकारियों के खिलाफ निष्पक्ष न्यायिक जांच करने की मांग मीडिया में बयान देकर करें। जिससे पिछड़े समाज की बेटी को न्याय मिल सके। 

किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रूपेश नागर ने बताया कि कार्यकारिणी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग में सह संयोजक वीर सिंह इंजीनियर, उपाध्यक्ष रामकुमार बैंसला, जिला उपाध्यक्ष सूबेदार ब्रह्मपाल, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष वीरसेन नागर, सचिव बिजेंद्र नागर खोदना, सचिव चमन नागर, कार्यकारिणी सदस्य डॉक्टर फकीरचंद, कार्यकारिणी सदस्य जयवीर भाटी, जिला सचिव मनोज प्रधान, जिला उपाध्यक्ष यतेंद्र मैनेजर, जिला उपाध्यक्ष महेंद्र नागर, जिला उपाध्यक्ष भगवत सिंह साकीपुर, सचिव अजी पाल भाटी, सचिव नरेंद्र खारी, सदस्य अजब सिंह नागर, संदीप भाटी, विनोद प्रधान थापखेड़ा, प्रवक्ता अजय चौधरी, सचिव जगबीर नंबरदार, जिला उपाध्यक्ष ब्रहम सिंह नेताजी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बुधराम दरोगा शामिल रहे।

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