गौतमबुद्ध नगर के तीन लेखपालों पर लूटपाट की एफआईआर दर्ज, लगे गम्भीर आरोप

गौतमबुद्ध नगर के तीन लेखपालों पर लूटपाट की एफआईआर दर्ज, लगे गम्भीर आरोप

गौतमबुद्ध नगर के तीन लेखपालों पर लूटपाट की एफआईआर दर्ज, लगे गम्भीर आरोप

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

गौतमबुद्ध नगर की सदर तहसील में कार्यरत 3 लेखपालों के खिलाफ लूटपाट, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई है। तीनों लेखपालों के खिलाफ जिला एवं सत्र न्यायालय में कार्यरत एक वकील ने एफआईआर दर्ज करवाई है। पुलिस का कहना है कि अधिवक्ता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जल्दी ही कार्रवाई की जाएगी।

मिली जानकारी के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय में कार्यरत एडवोकेट मोहित भाटी ने एफआईआर दर्ज करवाई है। मोहित भाटी की ओर से दर्ज करवाई गई एफआईआर के मुताबिक वह 26 नवंबर को अपनी मुआवजे की फाइल पर रिपोर्ट लिखवाने के लिए सदर तहसील गए थे। वहां उन्हें प्रवेश नाम के लेखपाल मिले। मोहित भाटी का आरोप है कि प्रवेश ने उनसे 15,000 रुपये की रिश्वत मांगी। जब मोहित भाटी ने बताया कि वह एडवोकेट हैं और सूरजपुर जिला न्यायालय में कार्यरत हैं। आरोप है कि प्रवेश आग बबूला हो गए और उन्होंने कहा कि तुम दो कौड़ी के वकील हो। मुंह उठाकर तहसील चले आते हो। मोहित भाटी का कहना है कि उन्होंने अपनी बार एसोसिएशन की आईडी लेखपाल को दिखाई, लेकिन वह कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं थे। इसी बीच दो और लेखपाल अमित और सुनील वहां पहुंच गए। इसके बाद तीनों लेखपाल उनके साथ बदतमीजी करने लगे। 

मोहित भाटी का आरोप है कि इन तीनों लोगों ने उन्हें धमकी दी कि उसे अक्ल सिखाएंगे। गाली गलौज करते हुए कमरे में खींच लिया और कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद वकील के साथ जमकर मारपीट की गई। उनसे मोबाइल फोन और 10 हजार रुपये लूट लिए। मोहित भाटी का कहना है कि तीनों लेखपालों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। जब उन्होंने कहा कि उनके इस व्यवहार के खिलाफ बार एसोसिएशन में शिकायत करेगा। इस पर लेखपालों ने कहा, ऐसी बार एसोसिएशन हमारे पैरों के नीचे रहती हैं। हमने पहले भी बहुत सारे वकीलों की अक्ल सुधारी हैं। हमारी शिकायत होने के बावजूद भी आज तक हमारे खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जिले के तमाम बड़े अधिकारी और डीएम-एसडीएम हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाए। तुम जैसा वकील हमारा क्या बिगड़ेगा।

मोहित का कहना है, "जब मैंने बचाव के लिए शोर मचाया तो मेरा साथी वकील जो तहसील परिसर में बाइक पर बैठा हुआ था, वहां पहुंचा और उसने मुझे बचाया। जल्दी से बाइक स्टार्ट करके किसी तरह तहसील से निकाला। पुलिस का कहना है कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है। जल्दी ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। दूसरी और इस मामले को लेकर बार एसोसिएशन के वकीलों में रोष व्याप्त है। वकीलों का कहना है कि अगर पुलिस ने लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा।

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