Tricity Today | कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते ब्राह्मण महासंघ के लोग
उत्तर प्रदेश में हो रही हत्याओं के विरोध में ब्राह्मण संगठनों ने सोमवार की दोपहर ग्रेटर नोएडा में जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। ब्राह्मण संगठनों की ओर से अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया था। इस दौरान सूरजपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर ने प्रदर्शन करने वाले लोगों को लाठीचार्ज करने की धमकी दी। जिसके बाद नोकझोंक हुई और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी हुई। ज्ञापन सौंपने के बाद ब्राह्मण समाज के लोग वापस लौट गए।
पुलिस ने पांच युवकों को उनके घरों से गिरफ्तार किया। इस मामले में 55 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारियों का आरोप है कि पुलिस जानबूझकर गिरफ्तार किए गए युवकों को शाम 5:00 बजे के बाद अदालत लेकर पहुंची। तब तक अदालत बंद हो गई थी। जिसके चलते युवकों को बेल नहीं मिल पाई है।
पुलिस कमिश्नर ऑफिस की मीडिया सेल ने बताया कि सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में धारा 144 का उल्लंघन करके प्रदर्शन किया गया है। इस मामले में मुकदमा अपराध संख्या 507/2020 आईपीसी की धाराओं 188, 269, 270, 353, 332 के तहत दर्ज किया गया है। इस मामले में सचिन उर्फ शेरपाल भारद्वाज पुत्र भगवान सिंह, प्रिंस शर्मा पुत्र ऋतुराज शर्मा, सुभाष चंद्र पुत्र महेश दत्त शर्मा और चमन शर्मा पुत्र चेतन शर्मा समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। सूरजपुर के एसएचओ ने बताया कि इन नामजद पांचों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 50 अन्य अज्ञात लोगों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है।
बंद होने के बाद पुलिस गिरफ्तार युवकों को अदालत लेकर पहुंची
सूरजपुर कोतवाली से पुलिस गिरफ्तार किए गए पांचों युवकों को शाम 5:00 बजे के बाद गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय लेकर पहुंची। तब तक अदालत बंद हो चुकी थी। जिसके चलते पांचों युवकों को जमानत नहीं मिल सकी है। इन सभी को रातभर थाने में रहना पड़ेगा। इस बारे में कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अतुल शर्मा का कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर गिरफ्तार किए गए युवकों को शाम 5:00 बजे के बाद अदालत में पेश किया है। दोपहर में गिरफ्तारी के बाद से लेकर शाम 5:00 बजे तक पुलिस झूठ बोलती रही कि युवकों को अदालत में पेश किया जा रहा है। इस सारी प्रक्रिया से साफ पता चलता है कि पुलिस जानबूझकर ब्राह्मण समाज के युवकों को प्रताड़ित कर रही है।