Tricity Today | Greater Noida
Greater Noida : शहर के गामा-1 सेक्टर में 5 किलोमीटर लंबी फिटनेस ट्रेल विकसित करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सलाहकार (कंसलटेंट) नियुक्त कर लिया है। शुक्रवार को कंसलटेंट के साथ प्राधिकरण के अफसरों ने मौका मुआयना किया। सलाहकार 3 महीने में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट देगा। जबिक 6 महीने में अंतिम रिपोर्ट सौंप देगा। फिटनेस ट्रेल में सेक्टर के पार्कों व ग्रीन एरिया को इस तरह जोड़ा जाएगा, जिससे सेक्टर के लोग इसका प्रयोग कर सकें। इससे साइकिलिंग एवं पैदल चलने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा।
कोरोना महामारी के चलते स्वीमिंग पूल, जिम, क्लब आदि बन्द हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने वर्तमान हालात को देखते हुए एक वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करेगा। ताकि लोग सुबह को बेहतर तरीके से शुरू करने के लिए आ सकें। वह यहां यमार्निंग वाक, योग, व्यायाम तथा मनोरंजन आदि कर सकें। इसके लिए प्राधिकरण ने सेक्टर गामा-1 में फिटनेस ट्रेल विकसित करने की तैयारी की है। इस फिटनेस ट्रेल की डीपीआर बनाने के लिए मैसर्स सीपी कुकरेजा आर्किटेक्ट्स को कन्सलटेन्ट नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को सीईओ नरेन्द्र भूषण, ओएसडी शिव प्रताप शुक्ला, जीएम परियोजना पीके कौशिक, जीएम नियोजन मीना भार्गव व वन विभाग के अधिकारियों के साथ सेक्टर-गामा-1 के फारेस्ट ग्रीन एरिया तथा पार्कों का निरीक्षण किया। अफसरों के साथ कंसलटेंट के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
सेक्टर के 7 पार्क और हरित क्षेत्र आपस में जुड़ेगा
सीईओ ने बताया कि सलाहकार कंपनी गामा-1 के फारेस्ट ग्रीन एरिया व सेक्टर के 7 पार्कों को आपस में जोड़ते हुए करीब 5 किलोमीटर की फिटनेस ट्रेल विकसित करने के लिए 3 माह में प्रथम चरण की रिपोर्ट देगी। जबकि 6 माह में अंतिम रिपोर्ट सौंप देगी। फिटनेस ट्रेल विकसित होने से फारेस्ट ग्रीन एरिया के साथ-साथ पार्कों का भी अनुरक्षण व प्रयोग हो सकेगा। इस परियोजना में सेक्टर के सात पार्को तथा फारेस्ट ग्रीन एरिया को आपस में जोड़ा जाएगा। इस परियोजना को इस तरह से विकसित किया जाएगा ताकि यहां पर हरियाली, प्राकृतिक रोशनी, पक्षियों का कलरव, पर्यावरण के अनुकूल, प्रदूषण रहित तथा प्रकृति के समीप रहते हुए यहां के निवासी सूर्योदय का लुफ्त उठा सकें।
किड्स जोन व आर्ट कार्नर भी विकसित होंगे
यहां बच्चों के खेलने के लिये किड्स जोन व आर्ट कार्नर भी विकसित किये जाएंगे। परियोजना में पड़ने वाले तालाब को भी प्राकृतिक रूप में विकसित किया जायेगा। यहां पर बेन्च/सीट की व्यवस्था की जायेगी। ट्रैक पर जूस कार्नर, नारियल पानी, डेयरी प्रोडक्ट्स के लिए काउन्टर विकसित किये जायेंगे। यहां पर हाईमास्क लाइट्स, स्ट्रीट लाइट्स, पेयजल तथा सुरक्षा व्यवस्था भी की जाएगी।