गाजियाबाद में फिर धर्मपरिवर्तन की सूचना से मचा हड़कम्प, एफआईआर दर्ज हुई

गाजियाबाद में फिर धर्मपरिवर्तन की सूचना से मचा हड़कम्प, एफआईआर दर्ज हुई

गाजियाबाद में फिर धर्मपरिवर्तन की सूचना से मचा हड़कम्प, एफआईआर दर्ज हुई

Tricity Today | धर्म परिवर्तन के नाम पर सोशल मीडिया पर हुआ फोटो वायरल

Ghaziabad News : गाजियाबाद शहर में पिछले एक सप्ताह से लगातार दलितों द्वारा धर्म परिवर्तन किए जाने की अफवाहें उड़ रही हैं। अब सोमवार को एक बार फिर सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैल गई। लोगों को जानकारी दी गई कि शहर के पटेल नगर में एक बौद्ध सभा आयोजित की जा रही है। जिसमें 100 लोग धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। इस सूचना से गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। अफसर पटेल नगर पहुंच गए और पूरे मामले की जांच पड़ताल की गई। यह पूरा घटनाक्रम अफवाह बताया गया है। "द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया" की ओर से इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। जिसमें अफवाह फैलाने वाले अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इससे पहले भी साहिबाबाद क्षेत्र के करहेड़ा इलाके में 236 लोगों के बौद्ध धर्म में परिवर्तन हो जाने की अफवाह फैलाई गई थी।

"द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया" के जिलाध्यक्ष गंगाशरण एडवोकेट ने बताया कि सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाह फैलाई गई है। अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। सिहानी गेट थाना पुलिस ने तहरीर के अधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। एडवोकेट गंगाशरण का कहना है कि अभी तीन दिन पहले करहेड़ा में अनुसूचित जाति के 50 परिवारों द्वारा धर्म परिवर्तन करने की अफवाह फैलाई गई थी। अब सोमवार को एक बार फिर इसी तरह के असामाजिक तत्वों ने अफवाह फैलाई है।

सोमवार को पटेल नगर से जुड़े मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने और जातीय हिंसा फैलाने की कोशिश करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। पिछले सप्ताह की तरह सोमवार की बोध सभा के आयोजन और 100 लोगों के धर्म परिवर्तन करने की अफवाह को भी हाथरस कांड से जोड़कर प्रसारित किया गया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा गया है कि दलित समाज के लोग हाथरस कांड से नाराज हैं।

सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल किए गए मैसेज में बताया गया कि बुद्ध विहार कॉलोनी गौतम नगर (शिब्बनपुरा) में रहने वाले अनुसूचित जाति के 100 लोगों ने धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। इसके लिए बौद्ध सभा का आयोजन पटेल नगर में किया जा रहा है। इस वायरल मैसेज की जानकारी मीडिया के माध्यम से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को मिली। तुरन्त तमाम अफसर पहुंचे और  बड़ी संख्या में यहां के निवासियों से पूछताछ की गई। घंटों की मशक्कत के बाद तथ्य सामने आए कि पूरा मामला फर्जी है। धर्म परिवर्तन जैसी कोई घटना नहीं हुई है। बौद्ध सभा का भी आयोजन नहीं किया गया है। केवल अफवाह फैलाने के लिए असामाजिक तत्वों ने सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल किया है।

गाजियाबाद के एसपी सिटी फर्स्ट अभिषेक वर्मा ने बताया, "द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया" ने फरवरी माह में कालकागढ़ी चौक के पास बुद्ध के पार्क में बौद्ध सांस्कृति कार्यक्रम और पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया था। उस समय काफी लोगों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र बांटे गए थे। कुछ लोग उस कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए थे। सोसायटी ने विजयादशमी के दिन शिब्बनपुरा में कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर बाकी बचे लोगों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र वितरित किए हैं।" एसपी सिटी का कहना है कि प्रतिभा और सम्मान समारोह के प्रमाण-पत्रों को धर्म परिवर्तन का प्रमाण पत्र बताकर अफवाह फैलाई गई है। या कुछ लोगों की माहौल बिगाड़ने की कोशिश है। ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जल्दी ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोसायटी की ओर से भी एक एफआईआर दर्ज करवाई गई है।

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