Tricity Today | Gaurav Chandel
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 10 दिन पहले हुए गौरव चन्देल हत्याकांड में गाजियाबाद पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस को चंदेल का मोबाइल मिल गया है। इस बात की संभावना जताई जा रही है कि चंदेल के मोबाइल से उनकी हत्या को लेकर बड़े सबूत हाथ लग सकते हैं।
बताया जा रहा है कि हत्या करने के बाद हत्यारों ने गौरव का मोबाइल फोन मौका- ए- वारदात के आस-पास ही फेंक दिया था। यह मोबाइल साइकिल से गुजर रहे एक राहगीर ने उठा लिया था। एसटीएफ ने मोबाइल ट्रैस कर उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने के साथ ही मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। एसटीएफ ने उससे कड़ाई से पूछताछ की लेकिन गौरव चंदेल की हत्या में उसके शामिल होने की जानकारी सामने नहीं आई है। यह साफ है कि इस राहगीर को फोन पड़ा मिला और उसने उठा लिया था।
पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। पुलिस को शक है कि इस वारदात के पीछे गाजियाबाद के किसी पुराने गैंग का हाथ है। मिर्ची गैंग पर भी शक है। मिर्ची गैंग का सरगना आशु इसी तरह हत्या और लूट की कई वारदातें अंजाम दे चुका है। पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि चंदेल की हत्या से ठीक पहले गाजियाबाद के कविनगर से बदमाशों ने एक टाटा टियागो लूटी थी। पुलिस इस घटना की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की शिनाख्त कर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। इसके लिए टाटा टियागो के मालिक की भी मदद ली जा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गौरव को गोली कार के बाहर मारी गई। कार के अंदर खून का कोई धब्बा नहीं मिला है। गौरतलब है कि बीते मंगलवार की रात घटनास्थल से लगभग 40 किलोमीटर दूर गाजियाबाद मसूरी की आकाश नगर कॉलोनी से पुलिस ने लावारिश हालत में खड़ी गौरव चंदेल की कार बरामद की थी। बरामदगी के वक्त कार 'लॉक्ड' थी।
पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए अभी तक 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाल ली हैं। इसी के साथ नोएडा पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के अलावा दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तराखंड पुलिस की भी मदद ले रही हैं। पुलिस की कई बडें गरौह पर भी तेज नजर हैं। इससे पहले 15 जनवरी को गाजियाबाद के मसूरी कोतवाली क्षेत्र में गौरव चंदेल का कार बरामद हो चुकी हैं। जिसको पुलिस ने फोरेस्कि जांच के लिए भेज दिया हैं।
विगत 6 जनवरी की रात रहस्यमय हालातों में गौरव चंदेल मय कार गायब हो गए थे। गौरव गुरुग्राम (हरियाणा) स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में रीजनल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। घटना उस वक्त घटी जब गौरव दफ्तर से घर वापिस लौट रहे थे। परिजन मामला दर्ज कराने के लिए थाने भी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने की बजाय लापरवाही बरती थी। बाद में गौरव चंदेल का शव भी उनके परिजनों ने ही ढूंढ़ा। परिजनों ने उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया, जिसके बाद इसकी जांच सीओ को सौंपी गई। सीओ की रिपोर्ट में भी लापरवाही पाए जाने पर कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी।