Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
कोविड-19 का प्रकोप दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कतें कोरोना के इलाज में लगे डॉक्टरों और नर्सों को उठानी पड़ रही है। यह कोरोना योद्धा सीधे-सीधे संक्रमित मरीज के पास रहते हैं और अपनी जान पर खेल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने पीपीई किट को और ज्यादा तैयार करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में कोरोना वायरस से निपटने के लिए एचसीएल प्रदेश सरकार को एक लाख पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट पीपीई किट उपलब्ध कराएगा। इसमें 32 हजार किट का ऑर्डर नोएडा की तीन गारमेंट्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को जारी कर दिया गया है। इसमें करीब 15 हजार किट सरकार के निर्देश पर लखनऊ, गोरखपुर, मेरठ भेजा भी जा चुकी हैं। इससे कोरोना पीडि़तों के इलाज में लगे डॉक्टर, नर्स व मेडिकल स्टाफ को सुरक्षित रखा जा सके।
प्रदेश सरकार ने कोरोना से जंग को योजनाबद्ध तरीके से लडऩे की दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे पीडि़तों के इलाज में किसी भी प्रकार की आर्थिक बाधा न बने। इसलिए केवल टेस्टिंग किट और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट पीपीई किट पर ही जोर दे रही है। उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम उद्यम एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन, उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन और कॉरपोरेट सेक्टर को मिलाकर पब्लिक, प्राइवेट, पार्टनशिप पीपीपी मॉडल तैयार किया है।
कोर्डिनेशन के तहत सभी की जिम्मेदारी तय कर दी है। जरुरत के हिसाब सरकार निर्देश करती है और कॉरपोट सेक्टर कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी सीएसआर के तहत मास्क, टेस्टिंग किट और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट पीपीई किट उपलब्ध करा रहा है। इस कार्य के लिए उत्तर प्रदेश एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग ने जिला उद्योग केंद्र को सक्रिय कर रखा है। जो उन गारमेंट्स यूनिट की तलाश कर रहा है, जो पीपीई किट को तैयार करने में पहले से साउथ इंडिया टेक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन सिट्रा कोयंबटूर और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ ग्वालियर से प्रमाणित है। जानकारी कर एचसीएल को उपलब्ध करा रहा है, जिससे समय में ऑर्डर देकर पीपीई किट की सप्लाई कराई जा सके।
नोएडा में कई फैक्ट्रियां और कंपनियां हैं जो कोविड-19 से जंग में सहायता कर रही है। सरकार भी उन्हें हर संभव मदद दिलाने में जुटी है, जिससे कोरोना को हराया जा सके। हाल ही में कई कंपनियों ने अनुमति प्राप्त कर उत्पाद शुरू किया है।