Tricity Today | VIJAY BHATI
गौतम बुद्ध नगर भारतीय जनता पार्टी की जिला कार्यकारिणी रात में क्या घोषित हुई, जिले में छोटे से लेकर बड़े हर नेता और पदाधिकारी की नींद उड़ गई है। जिला अध्यक्ष ने कुछ इस अंदाज में कार्यकारिणी की घोषणा की है कि सांसद और विधायक तक सोचने के लिए मजबूर हैं। भारतीय जनता पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि जिला अध्यक्ष ने पूरी तरह अपने मन मुताबिक पद आवंटन किया है। इतना ही नहीं सांसद और विधायकों की ओर से समायोजन के लिए दिए गए नामों को भी शामिल नहीं किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि जिलाध्यक्ष विजय भाटी आने वाला विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुट गए हैं। यही वजह है कि उन्होंने जिला इकाई में सारे उन लोगों को तरजीह दी है, जो उनके निकट और वफादार साथी हैं। करीब एक महीने पहले जब से विजय भाटी जिला अध्यक्ष बने हैं, पूरे जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि विजय भाटी आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए दादरी विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी पेश करेंगे। ऐसे में उन्होंने अपना दावा मजबूत रखने के लिए अपने मन मुताबिक कार्यकारिणी की घोषणा की है।
अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 22 में आठ पदाधिकारी गुर्जर बिरादरी से शामिल किए गए हैं। इतना ही नहीं दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर और जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की ओर से दिए गए नामों को कतई दर्जी नहीं दी गई है। सांसद डॉ. महेश शर्मा के बहुत करीबी माने जाने वाले लोगों को भी कोई पद नहीं दिया गया है। जानकारी के अनुसार सांसद ने मुकेश नागर, राहुल पंडित, अरुण प्रधान और सेवानंद शर्मा को कार्यकारिणी में समायोजित करने के लिए नाम दिए थे। इनमें से केवल सेवानंद शर्मा को जिला उपाध्यक्ष बनाया गया है जबकि उनके लिए जिला महामंत्री का पद मांगा जा रहा था।
भाजपा नेताओं का कहना है कि विजय भाटी का संगठन में मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। वह दो बार मंडल अध्यक्ष रहे। उसके बाद दो बार जिला महामंत्री रहे और अब दूसरी बार जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। करीब 30 वर्षो से वह भारतीय जनता पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उनका दावा बेमायने नहीं हैं। भाजपा के कुछ नेताओं का कहना है कि इस कार्यकारिणी में कई ऐसे चेहरे हैं जो बिल्कुल एकदम नए और अनुभवहीन हैं, जिन्हें जिलाध्यक्ष ने अपनी जिम्मेदारी पर पार्टी में शामिल किया है।
साथ ही कई चेहरे ऐसे भी हैं, जो सांसद डॉ. महेश शर्मा के ध्रुव विरोधी भाजपा नेताओं के करीबी लोग हैं। इतना ही नहीं जिले में भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले पंडित श्रीचंद शर्मा के ब्राह्मण समर्थक नेता भी जगह हासिल नहीं कर सके। जबकि, पिछली बार विजय भाटी को जिलाध्यक्ष बनवाने में श्रीचंद शर्मा ने मजबूत पैरवी की थी। दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नवाब सिंह नागर और यूपी सरकार में मंत्री अशोक कटारिया का असर जिला कार्यकारिणी पर साफ नजर आ रहा है। कुल मिलाकर जिला अध्यक्ष विजय भाटी ने कार्यकारिणी की घोषणा से बड़े गंभीर संकेत दिए हैं।