Tricity Today | ग्रैंड वेनिस मॉल का मालिक सतिंदर सिंह भसीन
ग्रेटर नोएडा के मशहूर ग्रैंड वेनिस मॉल के मालिक सतिंदर सिंह भसीन को दिल्ली पुलिस ने बुधवार को एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया है। सतिंदर सिंह भसीन पर उच्च लाभ का वादा करके 100 से अधिक निवेशकों को ठगने के आरोप हैं। नोएडा में ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर स्थित अपनी व्यावसायिक परियोजना के जरिये ज्यादा लाभ देने के नाम पर 100 निवेशकों से ठगी के आरोप में एक उसको गिरफ्तार किया गया। इससे पहले सतिंदर सिंह भसीन गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। उसे हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा किया था।
दिल्ली पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डेन के रहने वाले आरोपी सतींदर सिंह भसीन को मंगलवार को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गिरफ्तार किया है। हालांकि, दिल्ली की एक अदालत के निर्देश के अनुसार उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि भसीन ने 2012-13 में नोएडा में एक वाणिज्यिक परियोजना शुरू की थी। उन्होंने बताया कि अपनी परियोजना के माध्यम से उसने अपने निवेशकों को उच्च रिटर्न का वादा किया, लेकिन परियोजना शुरू करने के नाम पर उसने कम से कम 120 लोगों को धोखा दिया। साथ ही वैध लाइसेंस नहीं होने के बावजूद पैमाने पर जनता से राशि एकत्र की। बिल्डर ने इस परियोजना पर काम शुरू नहीं किया।
पुलिस ने बताया कि यह मामला 2018 में सामने आया था, जब पुलिस को भसीन और उसकी कंपनी के खिलाफ विभिन्न लोगों से कई शिकायतें मिली थीं। आपको बता दें कि सतिंदर सिंह भसीन को करीब 2 साल पहले गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दरअसल, सतिंदर सिंह के खिलाफ जालसाजी धोखाधड़ी अमानत में खयानत, लोगों के साथ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में कई मुकदमे दर्ज करवाए गए थे। इन मामलों को लेकर सतिंदर सिंह भसीन ने गौतमबुद्ध नगर के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्णा से मुलाकात करने का समय लिया था।
दूसरी ओर सतिंदर सिंह भसीन लगातार फरार चल रहा था। जांच अधिकारियों के सामने हाजिर नहीं होता था। एसएसपी वैभव कृष्ण ने सतिंदर सिंह भसीन को मुलाकात के बहाने अपने घर बुलाया और उसे गिरफ्तार करवा दिया था। सतिंदर सिंह भसीन कई महीने तक जेल में रहा था। उसकी जिला एवं सत्र न्यायालय ने जमानत याचिका खारिज कर दी थी। बाद में इलाहाबाद हाई कोर्ट से मिली जमानत के आधार पर उसे रिहा किया गया था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने उसके खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर रखी है।